कर्नाटक: विहिप कार्यकर्ता की हत्या के मामले में आठ आरोपी गिरफ्तार, पुलिस को पुरानी रंजिश का संदेह
, इन्दु जोहेब
- 03 May 2025, 08:23 PM
- Updated: 08:23 PM
मंगलुरु, तीन मई (भाषा) मंगलुरु पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी समेत आठ अपराधियों को गिरफ्तार करके दावा किया है कि उसकी हत्या पुरानी रंजिश के चलते बदले की कार्रवाई के तौर पर की गयी। आरोपियों में सूरतकल में मारे गये गाजिल का भाई भी शामिल है।
पुलिस ने शनिवार को जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
पुलिस ने कि एक मई को जानलेवा हमले के बाद शेट्टी को इलाज के लिए ए.जे. अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इस संबंध में बाजपे थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि आरोपियों का पता लगाने के लिए मंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने विशेष टीमों का गठन किया था तथा इन टीमों ने संयुक्त अभियान चलाकर बहुत कम समय में आरोपियों को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपी अब्दुल सफवान पर 2023 में शेट्टी के साथियों प्रशांत, गणेश, यज्ञेश, धनराज, पुनीत और अन्य ने हमला किया था, जिसके संबंध में सूरतकल थाने में मामला दर्ज है।
विज्ञप्ति के अनुसार इस हमले का बदला लेने और शेट्टी व उसके साथियों की ओर से कथित तौर पर धमकियां मिलने के बाद अब्दुल सफवान ने अन्य लोगों के साथ मिलकर शेट्टी की हत्या की साजिश रची।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि जांच में यह भी पता चला है कि सूरतकल में मारे गये गाजिल के भाई आदिल मेहरूफ ने सुहास शेट्टी की हत्या को अंजाम देने के लिए हत्यारों को वित्तीय सहायता प्रदान की थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल किए गए वाहन और हथियार जब्त कर लिए हैं। पुलिस आरोपियों की मदद करने वाले अन्य लोगों की तलाश में अभी भी छापेमारी कर रही है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मंगलुरु के निवासियों अब्दुल सफवान (29, नियाज (25), मोहम्मद मुसम्मीर (32), कलंदर शफी (29), आदिल मेहरूफ (27), मोहम्मद रिजवान (28) और चिकमगलुरु के रहने वालों नागराज एम (20) व रंजीत (19) के रूप में हुई है।
इससे पूर्व कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने यहां बताया कि शेट्टी की निर्मम हत्या के सिलसिले में हुईं गिरफ्तारियों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि दक्षिण कन्नड़ एवं उडुपी जिलों में बढ़ रही सांप्रदायिक हिंसा को देखते हुए दोनों जिलों में नक्सल रोधी कार्यबल की तर्ज पर एक स्थायी सांप्रदायिक-रोधी कार्य बल का गठन किया जाएगा जिसे इस तरह के मामलों से निपटने के लिए पूरा विधिक अधिकार दिया जायेगा।
परमेश्वर ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह एक स्थाई बल होगा और इसमें नक्सल रोधी बल के जवानों एवं अधिकारियों का उपयोग किया जायेगा क्योंकि अब नक्सल समस्या के तेजी से हो रहे समाधान के चलते उक्त बल में कटौती की जा सकती है।
इस बीच मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने स्थानीय जन प्रतिनिधियों, सांसदों, विधायकों से विचार विमर्श किये बिना कार्यबल की घोषणा करने पर परमेश्वर की कड़ी आलोचना की और इसे पूरी तरह गैर लोकतांत्रिक कदम बताया।
भाषा, इन्दु