जनगणना में जाति को शामिल करने का फैसला राहुल की जीत, जून में मप्र आएंगे नेता प्रतिपक्ष: पटवारी
नोमान
- 01 May 2025, 08:35 PM
- Updated: 08:35 PM
भोपाल, एक मई (भाषा) कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई ने बृहस्पतिवार को आगामी जनगणना में जाति आधारित गणना को शामिल करने की केंद्र सरकार की घोषणा को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ‘जीत’ करार दिया और दावा किया कि उन्होंने इसके लिए 10 साल तक अनवरत लड़ाई लड़ी है।
पार्टी ने कहा कि वह राहुल गांधी को जून में भोपाल में एक बड़े कार्यक्रम के लिए आमंत्रित करेगी ताकि जाति जनगणना की शेष लड़ाई सुनिश्चित की जा सके और समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाया जाए। पार्टी ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित मध्यप्रदेश में वह अपने नेता के दृष्टिकोण को लेकर घर-घर जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह फैसला केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि राहुल गांधी की उस जुझारू और बुलंद आवाज का परिणाम है, जिसने भाजपा सरकार को बार-बार घुटने टेकने पर मजबूर किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी की यह जीत हर उस अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), दलित, और आदिवासी के लिए एक नई उम्मीद की किरण है, जो दशकों से अपने हक से वंचित रहा है।’’
केंद्र सरकार ने बुधवार को लिये गये एक निर्णय में कहा कि आगामी जनगणना में जातिवार गणना के आंकड़े पारदर्शी तरीके से एकत्र किए जाएंगे।
हालांकि, बिहार, तेलंगाना और कर्नाटक समेत कई राज्य पहले ही जाति आधारित जनगणना करा चुके हैं। देश भर में जाति जनगणना की मांग खासकर पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बन गई थी।
पटवारी ने कहा, ‘‘जाति जनगणना के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को सशक्त बनाने के उनके सपने को पूरा करने के लिए हम जून में एक बड़े कार्यक्रम के लिए राहुल गांधी को भोपाल आमंत्रित करने जा रहे हैं।’’
राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब राहुल के विरोध और उनकी मांगों के आगे केंद्र सरकार को झुकना पड़ा है।
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी के प्रयासों के कारण अग्निवीरों को पेंशन मिल रही है, प्रसारण विधेयक के नए मसौदे और सिविल सेवाओं में ‘लेटरल एंट्री’ को वापस लिया गया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने बृहस्पतिवार से ही मध्यप्रदेश में जनगणना के मुद्दे पर जन जागरण शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जाति जनगणना पर राहुल के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालने के लिए शुक्रवार और शनिवार को राज्य के जिला मुख्यालयों पर संवाददाता सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा।
पटवारी ने कहा कि तीन मई से 10 मई तक ‘संविधान बचाओ’ अभियान के साथ-साथ प्रदेश के प्रत्येक जिले में जनसभाएं की जाएंगी और जाति आधारित जनगणना जागरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
पटवारी ने कहा कि इसके बाद प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में 11 मई से 17 मई तक अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पूरे मध्यप्रदेश में 20 से 30 मई तक अभियान के तहत घर-घर जाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘जाति जनगणना की यह लड़ाई यही नहीं रुकने वाली है। ये लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक लोगों को उनका हक ना मिल जाता।’’
भाषा ब्रजेन्द्र