बाढ़ और भूस्खलन से करीब एक दर्जन गांव बुरी तरह प्रभावित: जम्मू संभागीय आयुक्त
प्रीति माधव
- 21 Apr 2025, 08:31 PM
- Updated: 08:31 PM
रामबन (जम्मू-कश्मीर), 21 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश और बादल फटने से अचानक आई बाढ़ तथा भूस्खलन के कारण जिले के करीब एक दर्जन गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि प्राधिकारियों ने आवश्यक सेवाएं बहाल करने तथा प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए संसाधन जुटाए।
संभागीय आयुक्त (जम्मू) रमेश कुमार ने भी कहा कि नुकसान का आकलन करने के लिए विभिन्न टीम मौके पर मौजूद हैं।
उन्होंने बताया कि मुगल रोड और सिंथन टॉप रोड के माध्यम से कश्मीर घाटी तक जाने के लिए वैकल्पिक सड़क संपर्क उपलब्ध कराने के प्रयास जारी हैं क्योंकि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बहुत क्षतिग्रस्त हो गया है और इसको बहाल करने में समय लग सकता है।
रविवार को भारी बारिश और बादल फटने से जिले में आई अचानक बाढ़ और भूस्खलन के कारण 250 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर सैकड़ों वाहन फंस गए। इस प्राकृतिक आपदा में दो नाबालिग भाइयों समेत तीन लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा लोगों को बचाया गया।
पार्टी की विचारधारा से अलग जाकर नेताओं ने केंद्र सरकार से इस त्रासदी को ‘‘राष्ट्रीय आपदा’’ घोषित करने और प्रभावित परिवारों को अपना जीवन फिर से शुरू करने के लिए पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान करने का आग्रह किया।
संभागीय आयुक्त ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘सेरी, बागना, पनोट और खारी सहित लगभग 10 से 12 गांवों को नुकसान हुआ है और हमारी टीम पूर्ण आकलन करने के लिए मौके पर हैं ताकि प्रभावित लोगों को राहत प्रदान की जा सके।’’
कुमार ने प्रभावित गांवों का दौरा किया और उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी ने उन्हें स्थिति के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘‘पानी और बिजली सहित आवश्यक सेवाओं की बहाली का काम जारी है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), सेना, पुलिस और अन्य एजेंसियों की संयुक्त टीम स्थिति में सुधार करने के लिए मौके पर मौजूद हैं।’’
संभागीय आयुक्त ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को भारी नुकसान पहुंचा है, कुछ हिस्से डूब गए हैं और बह गए है जबकि कुछ अन्य मलबे और पत्थरों से दबे हुए हैं।
कुमार ने कहा, ‘‘राजमार्ग को बहाल होने में समय लगेगा, भले ही हमारे प्रयास जारी हैं...’’
उन्होंने कहा कि फंसे हुए यात्रियों को फिलहाल वैकल्पिक मुगल रोड और सिंथन टॉप रोड का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने प्रभावित गांवों का दौरा किया और कहा, ‘‘हम स्थिति का आकलन करने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक रिपोर्ट सौंपने आए हैं।’’
शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सरकार इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करे और प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए राहत-पैकेज की घोषणा करे।’’
भाषा प्रीति