संभल में लगे इजराइली उत्पादों के बहिष्कार की अपील वाले पोस्टर, सात लोग गिरफ्तार
सं आनन्द सलीम खारी
- 20 Apr 2025, 09:59 PM
- Updated: 09:59 PM
संभल (उप्र), 20 अप्रैल (भाषा) संभल जिले में बनियाठेर थाना इलाके के नरौली कस्बे में स्थानीय दुकानों के आसपास दीवारों पर इजराइली उत्पादों के बहिष्कार की अपील वाले पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
बनियाठेर थाने के प्रभारी निरीक्षक रामवीर सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नरौली कस्बे में दुकानों के आसपास दीवारों पर ‘‘फ्री गाजा, फ्री फलस्तीन’’ लिखे पोस्टर लगाकर इजराइली उत्पादों के बहिष्कार की अपील करने का मामला सामने आया है।
पोस्टर में लिखा है, ‘‘वह हर सामान जिसका लेना-देना इजराइल से है उसका भी ‘बॉयकॉट’ हर मुसलमान का फर्ज हो गया है। फलस्तीन का शहर गाजा पूरी तरह से खत्म हो चुका है। अगर हमें अपने फलस्तीनी भाइयों और बहनों की लाशें देखकर रोना नहीं आ रहा तो याद रखो हम मर चुके हैं।’’
इसमें लिखा है, ‘‘आपसे गुजारिश है कि इजराइली सामान को न खरीदें और अगर आप खाने-पीने तथा इस्तेमाल होने वाले इजराइली सामान को खरीदते हैं तो आपके लिए हराम है।’’
पोस्टर में सबसे नीचे लिखा, ‘‘मुस्लिम लोगों और मुस्लिम दुकानदारों से गुजारिश है कि इन सामानों को न खरीदें और न ही बेचें।’’
सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आसिम, सैफ अली, रहीश, मतलूब, फरदीन, अरमान और अरबाज के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की प्रासंगिक धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
पोस्टर लगाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए बजरंग दल के संयोजक नितिन शर्मा ने आरोप लगाया कि पोस्टर में एक खास समुदाय के लोगों से केवल उसी धर्म के लोगों की दुकानों से खरीदारी करने का आग्रह किया गया है जो परेशान करने वाला है और इसका उद्देश्य सांप्रदायिक नफरत फैलाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ये केवल पोस्टर नहीं हैं। ये एक खतरनाक मानसिकता को दिखाता है, जो जिले में फैल रही है। पश्चिम बंगाल में स्थिति पहले से ही चिंताजनक है। हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं। अब इसी तरह के संकेत नरौली में भी दिखाई दे रहे हैं जहां दुकानों पर पोस्टर चिपकाए गए हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इस क्षेत्र में दंगे भड़काने और शहर को आग लगाने की साजिश रचने वाले लोग कौन हैं?’’
शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रशासन तत्काल कार्रवाई करने में विफल रहता है तो विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठन मामले को अपने हाथ में ले लेंगे।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अक्टूबर 2023 में हमास द्वारा दक्षिणी इजराइल पर हमला किये जाने के बाद इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 51 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
भाषा सं आनन्द सलीम