'शोध से पता चला कि ‘इनडोर प्लांट’ के साथ चार प्रकार के संबंध हो सकते हैं, आपका कौन सा है?
देवेंद्र मनीषा
- 18 Apr 2025, 04:38 PM
- Updated: 04:38 PM
(ब्रायना ले बुस्के, साउथ ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय द्वारा)
एडिलेड (ऑस्ट्रेलिया), 18 अप्रैल (द कन्वरसेशन) आज आप किसी भी घर या कार्यस्थल पर जाएं, आपको वहां बहुत सारे ‘इनडोर प्लांट्स’ मिल जाएंगे। ‘इनडोर प्लांट्स’ का वैश्विक बाजार तेजी से बढ़ रहा है और अनुमान है कि 2031 तक यह 28 अरब अमेरिकी डॉलर (44 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर) से अधिक हो जायेगा।
‘इनडोर प्लांट्स’ वे पौधे होते हैं जिन्हें घरों के अंदर लगाया जाता है। ये पौधे घर के अंदर सजावट के लिए और वातावरण को शुद्ध करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। इन्हें आमतौर पर गमलों में लगाया जाता है और इनकी देखभाल करना अपेक्षाकृत आसान होता है।
लोग घरों के अंदर पौधे कई कारणों से रखते हैं, जैसे सजावट के लिए, हवा साफ करने के लिए और तनाव से राहत पाने के लिए। लेकिन मैं और मेरे सहकर्मी इस बारे में गहराई से जानना चाहते थे। लोगों का घरों के भीतर लगे पौधों से किस तरह का रिश्ता है? और इससे हमें मनुष्य और प्रकृति के बीच संबंधों के बारे में क्या पता चलता है?
हमने ऑस्ट्रेलिया में ‘इनडोर प्लांट्स’ मालिकों का सर्वेक्षण किया और पाया कि हममें से कई लोगों का पेड़-पौधों के साथ बहुत ही सार्थक लगाव होता है। कुछ लोग तो अपने पौधों को अपना परिवार मानते हैं, उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहते हैं और जब कोई पौधा मर जाता है तो शोक मनाते हैं।
एक फलता-फूलता शौक
हजारों वर्षों से लोग घरों के भीतर पौधे उगाते आ रहे हैं।
साक्ष्यों से पता चलता है कि मिस्र के लोग तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में पौधों को घर के अंदर लाए थे। पोम्पेई के पूर्व शहर के अवशेषों से पता चलता है कि 2,000 साल से भी पहले वहां ‘इनडोर प्लांट्स’ का इस्तेमाल किया जाता था और मध्ययुगीन इंग्लैंड में ‘इनडोर प्लांट्स’ का उपयोग दवा और खाना पकाने में किया जाता था।
बीसवीं सदी के उत्तरार्ध में इनडोर प्लांट्स’ को रखना दुनियाभर में व्यापक हो गया। यह प्रथा विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान काफी लोकप्रिय थी, संभवतः प्रकृति से जुड़ने की इच्छा के कारण, जब बाहरी हरित स्थानों तक पहुंच सीमित थी।
‘इनडोर प्लांट्स’ के लाभ प्रकृति से जुड़ाव से कहीं बढ़कर हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि वे सकारात्मक भावनाओं को बढ़ा सकते हैं, तनाव को कम कर सकते हैं, उत्पादकता बढ़ा सकते हैं और यहां तक कि दर्द जैसी शारीरिक परेशानी को भी कम कर सकते हैं।
हालांकि, लोगों का अपने पौधों से जुड़ाव का स्तर अलग-अलग होता है, जैसा कि मेरे और मेरे सहकर्मियों द्वारा किए गए शोध से पता चलता है।
हमें ‘इनडोर प्लांट्स’ क्यों पसंद हैं?
हमने सोशल मीडिया पोस्ट और साउथ ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय में पोस्टर विज्ञापनों के माध्यम से शामिल किये गये 115 ऑस्ट्रेलियाई वयस्कों का सर्वेक्षण किया। प्रतिभागियों में लगभग 69 प्रतिशत महिलाएं और 30 प्रतिशत पुरुष थे, और उनकी आयु 18 से 69 वर्ष के बीच थी।
औसतन, प्रतिभागियों के पास 15 ‘इनडोर प्लांट्स’ थे। कुछ के पास एक ही ‘इनडोर प्लांट’ था और एक व्यक्ति के पास 500 से अधिक पौधे थे!
इन सभी ने घर में 51 तरह के पौधे रखे। इनमें सबसे आम थे रसीले पौधे, डेविल्स आइवी और मॉन्स्टेरा। उन्होंने पौधों को आमतौर पर ‘लिविंग रूम’, रसोईघर या शयनकक्ष में रखा।
सभी प्रतिभागियों ने ‘इनडोर प्लांट्स’ के 11 लाभों की जानकारी दी।
इनमें से आधे प्रतिभागियों ने ‘इनडोर प्लांट्स’ की सुंदरता का वर्णन किया। इन लोगों का कहना था कि ‘इनडोर प्लांट्स’ “देखने में अच्छे लगते हैं”।
‘इनडोर प्लांट्स’ के साथ चार प्रकार के रिश्ते
हमारे शोध में लोगों के अपने घर के अंदर लगे पौधों के साथ चार प्रकार के रिश्तों की पहचान की गई है:
1. अत्यधिक जुड़ाव (उत्तरदाताओं का 14 प्रतिशत)
इन लोगों ने आम तौर पर अपने पौधों के साथ गहरे व्यक्तिगत जुड़ाव का वर्णन किया।
2. व्यस्तता (उत्तरदाताओं का 42 प्रतिशत)
ये लोग अपने पौधों की देखभाल करने में व्यस्त रहते हैं, लेकिन उनमें गहरा भावनात्मक लगाव नहीं था।
3. सीमित जुड़ाव (23 प्रतिशत)
इन उत्तरदाताओं को ‘इनडोर प्लांट्स’ पसंद थे, लेकिन उनकी देखभाल में कम समय बिताया और उनके साथ भावनात्मक जुड़ाव भी कम बताया।
4. कोई संबंध नहीं (12 प्रतिशत)
इन प्रतिभागियों का अपने इनडोर पौधों के साथ कोई जुड़ाव नहीं था।
‘इनडोर प्लांट्स’ की क्षमता को उजागर करना
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हमारे अध्ययन के लिए आंकड़ा 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान एकत्र किया गया था। हो सकता है कि इस संदर्भ ने हमारे परिणामों को प्रभावित किया हो। उदाहरण के लिए, कुछ प्रतिभागियों ने अपने घरों के भीतर पौधों से विशेष रूप से जुड़ाव महसूस किया होगा क्योंकि बाहरी हरे-भरे स्थानों तक उनकी पहुंच सीमित हो गई थी। इसलिए, महामारी के बाद के संदर्भ में और अधिक शोध की आवश्यकता है।
मानव-प्रकृति संबंध अनुसंधान का एक उभरता हुआ क्षेत्र है। लोगों और पौधों के बीच संबंधों को समझकर, हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रकृति से करीब से जुड़ सकते हैं।
(द कन्वरसेशन)
देवेंद्र