फडणवीस ने चापेकर संग्रहालय का उद्घाटन किया, क्रांतिकारी भाइयों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि करार दिया
जोहेब नरेश
- 18 Apr 2025, 02:37 PM
- Updated: 02:37 PM
पुणे, 18 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शुक्रवार को पुणे के पिंपरी चिंचवड़ उपनगर में क्रांतिकारी चापेकर बंधुओं को समर्पित एक स्मारक का उद्घाटन किया और इसे भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके साहस के लिए एक "सच्ची श्रद्धांजलि" बताया।
फडणवीस ने चिंचवड़ गांव के चापेकर वाडा में निर्मित क्रांतिवीर चापेकर स्मारक में राष्ट्रीय संग्रहालय की आधारशिला भी रखी थी।
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन के बाद संवाददाताओं से कहा, "चापेकर बंधुओं द्वारा दिखाया गया पराक्रम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अतुलनीय है। उन्होंने प्लेग कमिश्नर वाल्टर सी रैंड का खात्मा किया और मातृभूमि की सेवा करते हुए फांसी पर झूल गए।"
दामोदर, बालकृष्ण और वासुदेव चापेकर नामक भाइयों तथा उनके सहयोगी महादेव रानाडे को 22 जून 1897 को पुणे में प्लेग कमिश्नर वाल्टर सी रैंड और उनके सैन्य अनुरक्षक लेफ्टिनेंट चार्ल्स ई आयर्स्ट की हत्या के मामले में फांसी दे दी गई थी।
विशेष प्लेग समिति के प्रमुख रैंड ने प्लेग नियंत्रण के लिए कड़े उपाय लागू किए थे, जिन्हें अत्याचारपूर्ण व हस्तक्षेपपूर्ण माना गया और जनता में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई।
कार्यक्रम के दौरान फडणवीस ने स्मारक के शिलान्यास व उद्घाटन दोनों में शामिल होने पर खुशी व्यक्त की।
उन्होंने कहा, “स्मारक के निर्माण में प्रौद्योगिकी का उपयोग अभूतपूर्व रहा है, और चापेकर बंधुओं की वास्तविक जीवन की कहानी को उनके लिए समर्पित इस स्थान के माध्यम से जीवंत किया गया है।”
उन्होंने कहा कि रैंड की हत्या भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक "महत्वपूर्ण क्षण" था।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पुणे में प्लेग के दौरान किए गए अत्याचारों के खिलाफ चापेकर बंधुओं के आंदोलन ने कई भारतीय क्रांतिकारियों को प्रेरित किया।”
फडणवीस ने छात्रों से स्मारक पर जाने और दोनों भाइयों के जीवन से प्रेरणा लेने का आग्रह किया।
फांसी के बाद, दामोदर और बालकृष्ण चापेकर की पत्नियां पुणे जाने से पहले कई वर्षों तक वाड़े में ही रहीं।
पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम ने क्रांतिवीर चापेकर स्मारक समिति के साथ मिलकर स्मारक का निर्माण किया है।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि चापेकर बंधुओं से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी को इस खूबसूरत स्मारक के निर्माण में शामिल किया गया है। उन्होंने स्मारक बनाने में योगदान देने वाले सभी हितधारकों का आभार भी जताया।
भाषा
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