सिद्धरमैया ने बढ़ती महंगाई के लिए प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराया
पारुल माधव
- 17 Apr 2025, 10:11 PM
- Updated: 10:11 PM
(तस्वीरों के साथ)
बेंगलुरु, 17 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने देश में बढ़ती महंगाई को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘जन आक्रोश यात्रा’ के जवाब में कांग्रेस ने बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में शामिल सिद्धरमैया ने सवाल किया कि क्या मौजूदा मूल्य वृद्धि मोदी की ओर से 2014 में सत्ता में आने से पहले किए गए “अच्छे दिन” के वादे का नतीजा है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर और रसोई गैस की कीमतों में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “देश में बढ़ती महंगाई के लिए नरेन्द्र मोदी जिम्मेदार हैं। क्या उन्होंने नहीं कहा था कि ‘अच्छे दिन’ आएंगे? क्या ‘अच्छे दिन’ आ गए?”
सिद्धरमैया ने कहा कि 2014 से पहले सोने की कीमत 28,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो अब बढ़कर 95,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार के दौरान चांदी की कीमत 43,000 रुपये प्रति किलोग्राम थी और अब यह 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर गई है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “2014 से पहले एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 59 रुपये थी, लेकिन अब यह बढ़कर 87 रुपये हो गई है। नरेन्द्र मोदी जी, आप यह वादा करके सत्ता में आए थे कि एक डॉलर एक रुपये के बराबर होगा। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, मोदी जी? क्या यह गरीबों का खून चूसना नहीं है?”
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले सीमेंट के 50 किलोग्राम के एक बोरे की कीमत 268 रुपये थी, लेकिन आज यह 410 रुपये हो गई है, जबकि स्टील की कीमत 19,000 रुपये प्रति टन से बढ़कर 73,000 रुपये प्रति टन पर पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पीवीसी पाइप की कीमत 60 रुपये प्रति यूनिट थी, लेकिन अब यह बढ़कर 150 रुपये हो गई है।
कर्नाटक में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का आरोप लगाने और ‘जन आक्रोश यात्रा’ का आयोजन करने के लिए भाजपा पर कटाक्ष करते हुए सिद्धरमैया ने कहा, “जब से भाजपा केंद्र में सत्ता में आई है, तब से वह लोगों पर मूल्य वृद्धि का बोझ डाल रही है। बेशर्म भाजपा और उसके सहयोगी जद (एस) को विरोध करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। क्या उनमें जरा-भी आत्मसम्मान या शर्म है?”
विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कर्नाटक में मूल्य वृद्धि के भाजपा के आरोपों को खारिज कर दिया।
उन्होंने दावा किया कि गरीबों की मदद के लिए पांच गारंटी (गृह ज्योति, गृह लक्ष्मी, अन्न भाग्य, युवा निधि, शक्ति योजना) पेश करने वाली कांग्रेस पार्टी कभी भी उनके खिलाफ काम नहीं कर सकती।
शिवकुमार ने आरोप लगाया, “अगर कोई गरीब हितैषी सरकार है, तो वह कांग्रेस सरकार है। महंगाई बढ़ने के लिए भाजपा जिम्मेदार है।”
वहीं, कांग्रेस महासचिव एवं कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर तथा रसोई गैस के दाम में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी करके “लोगों की जेबें खाली कर दी हैं।”
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के दौरान रसोई गैस सस्ती थी, क्योंकि लोगों को सब्सिडी मिल रही थी, जिसे अब केंद्र की भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया है।
सुरजेवाला ने कहा, “भाजपा ने एलपीजी सब्सिडी को 52,000 करोड़ रुपये से घटाकर 10,600 करोड़ रुपये कर दिया, जो 500 प्रतिशत की कटौती है। केंद्र अब रसोई गैस की कीमतों में प्रति सिलेंडर 50 रुपये की बढ़ोतरी करके लोगों से सालाना 9,050 करोड़ रुपये अधिक वसूलेगी।”
उन्होंने कहा कि भारत में हर साल औसतन 181 करोड़ सिलेंडर भरवाए जाते हैं और प्रति सिलिंडर 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ उपभोक्ताओं को सालाना 9,050 करोड़ रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे।
भाषा पारुल