कठुआ मुठभेड़ से घुसपैठ का रास्ता पता चला, आतंकवादियों को मार गिराने के लिए अभियान जारी: पुलिस
नोमान अविनाश नरेश
- 16 Apr 2025, 04:29 PM
- Updated: 04:29 PM
जम्मू, 16 अप्रैल (भाषा) जम्मू कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि कठुआ जिले में हाल में हुई चार मुठभेड़ों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पार से भारत में घुसपैठ करने के लिए आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग का पता चल गया है।
कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शोभित सक्सेना ने कहा कि मुठभेड़ के बाद आतंकवादियों से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटकों सहित गोला-बारूद की सफलतापूर्वक बरामदगी से जम्मू-कश्मीर में बड़े हमले की आतंकवादी समूहों की साजिश विफल हो गई।
पिछले एक महीने में कठुआ जिले में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के एक समूह और सुरक्षा बलों के बीच चार मुठभेड़ें हुईं।
सफियान जंगल में 27 मार्च को भारी हथियारों से लैस दो आतंकवादियों को मार गिराया गया था। हीरानगर सेक्टर के सानियाल जंगल में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में चार पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे।
एसएसपी ने राजबाग थाने में संवाददाताओं से कहा, "हम चार में से शेष तीन आतंकवादियों का पीछा कर रहे हैं, जो मुठभेड़ से बच निकले हैं और भाग रहे हैं। हमें विश्वास है कि हम उन्हें जल्द ही पकड़ लेंगे और उन्हें मार गिराएंगे।"
थाने में अत्याधुनिक हथियार, विस्फोटक और दैनिक उपयोग की वस्तुओं सहित जब्त की गई सभी सामग्री प्रदर्शित की गई थी।
उन्होंने कहा कि जिले में सीमावर्ती गांवों से लेकर अंदरूनी इलाकों तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है, जिसके कारण आतंकवादियों के खिलाफ अभियान सफल हो रहे हैं।
सक्सेना ने कहा, "मुठभेड़ों ने उनके पारंपरिक (घुसपैठ) मार्ग को उजागर कर दिया है... हम उन्हें दोबारा इस मार्ग का उपयोग नहीं करने देंगे।"
उन्होंने कहा कि बरामदगी से पता चलता है कि वे गलत इरादे से आये थे और उनकी मंशा लंबे समय तक यहां रहने की थी।
एसएसपी ने कहा कि भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री की जब्ती से ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) विस्फोट करने की उनकी साजिश विफल हो गई, जबकि कुछ मात्रा में मिली हेरोइन से पता चलता है कि वे मादक पदार्थ का सेवन भी कर रहे थे।
उन्होंने आतंकवाद विरोधी अभियानों में लोगों के सहयोग की प्रशंसा की और कहा कि "लोगों ने हमारी बहुत मदद की है और वे तत्काल सूचना उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे हमें भाग रहे आतंकवादियों के बारे में आकलन करने में मदद मिली है और तदनुसार हम उन्हें खत्म करने के लिए अपने अभियानों की योजना बनाते हैं।"
सक्सेना ने कहा कि साक्ष्य के अनुसार आतंकवादी हाल ही में सीमा पार से इस ओर घुस आए थे, लेकिन पुलिस ने "उन्हें उनके नापाक मंसूबों में सफल नहीं होने दिया।"
आतंकवादियों को स्थानीय समर्थन के बारे में उन्होंने कहा कि जिले में अब तक 30 लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आतंकवादियों से जब्त सामग्री में दो एके राइफलें, एक एम4 कार्बाइन, ग्रेनेड, नेविगेशन के लिए अत्याधुनिक उपकरण, कपड़े, स्लीपिंग बैग, पाकिस्तान निर्मित दवाइयां, पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थ शामिल हैं।
भाषा नोमान अविनाश