प्राकृतिक आवासों को फिर से स्थापित करने के लिए का सबसे बेतहर तरीको वनों को पुन: मूल रूप में लाना
(द कन्वरसेशन) धीरज मनीषा
- 16 Apr 2025, 04:04 PM
- Updated: 04:04 PM
(हन्नाह थॉमस और मार्टिनी मैरोन, क्वींसलैंड विश्वविद्यालय)
क्वींसलैंड, 16 अप्रैल (द कन्वरसेशन) क्वींसलैंड को वन कटाई के मामले में ऑस्ट्रेलिया की राजधानी के रूप में जाना जाता है। लेकिन एक खास बात यह भी है कि काटी गई कई वनस्पति प्राकृतिक रूप से फिर से उग सकती हैं।
राज्य सरकार के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 2020-21 में क्वींसलैंड में 76 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र फिर से वनस्पतियों से अच्छादित हो गए हैं। ये वनस्पतियां, हालांकि तरुण हैं, फिर भी खतरे में पड़ी कई प्रजातियों के लिए मूल्यवान आवास प्रदान करती हैं और अब इन्हें बुलडोजर से साफ करने का खतरा नहीं है।
हमारे नए अनुसंधान में क्वींसलैंड में 30 संकटग्रस्त पशु प्रजातियों के लिए पुनर्विकास के लाभों का पता लगाया गया। हमने पाया कि वन और वनभूमि, बहाली के औसतन 15 वर्षों के बाद प्रजातियों के लिए मूल्यवान आवास और भोजन प्रदान करते हैं। कुछ प्रजातियों को तीन साल की उम्र के पेड़ों से लाभ होने की संभावना होती है।
इससे सरकारों के लिए यह अवसर उपलब्ध होता है कि वे भूस्वामियों का समर्थन करें और उन्हें अधिक से अधिक, पुनः उगने वाले वन और वनभूमि को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करें, खासकर जहां यह वन्यजीवों के लिए बहुत जरूरी आवास प्रदान कर सकता है। लेकिन यह एक चुनौती है क्योंकि पुनः उगने वाले वनों को साफ करने का बहुत दबाव है, मुख्य रूप से चारागाह को बनाए रखने के लिए।
तरुण वन एवं वनस्थली कब मूल्यवान आवास बन जाते हैं?
हमने उन संकटग्रस्त पशु प्रजातियों पर ध्यान केंद्रित किया जो वनों और वनभूमि पर निर्भर हैं, तथा उन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जहां काफी हद तक वन क्षेत्र अपनी पुरानी अवस्था प्राप्त कर चुके हैं।
हम यह पता लगाना चाहते थे कि कौन सी प्रजातियां इन पुन: उगे वनों का उपयोग करती हैं, और पेड़ों की उम्र कितनी होनी चाहिए। लेकिन प्राकृतिक रूप से फिर से उगे वन और पुन: मूल अवस्था में रहने वाली संकटग्रस्त प्रजातियों पर बहुत अधिक सर्वेक्षण आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।
यह जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने लगभग 50 विशेषज्ञों से एक विस्तृत प्रश्नावली भरने और एक कार्यशाला में भाग लेने को कहा।
हमने पाया कि 15 वर्ष वह औसत न्यूनतम समय है जिसमें दोबारा उगे वन खतरे में पड़ी प्रजातियों के लिए उपयोगी हो जाते हैं। लेकिन पूरी सीमा 3-68 वर्ष थी, जो इस बात पर निर्भर करती थी कि प्रजाति क्या खाती है, वह परिदृश्य में कैसे घूमती है और क्या उसे आश्रय या प्रजनन के लिए पेड़ों के कोटरों की आवश्यकता है।
उदाहरण के लिए, एक संकटग्रस्त पक्षी (स्क्वेटर पीजन) तीन साल की उम्र से ही वनभूमि में उगे पेड़ों का उपयोग कर सकता है जबकि कोआला को कम से कम नौ साल पुराने वन की आवश्यकता होती है।
कुछ प्रजातियों, जैसे कि ग्रेटर ग्लाइडर, को बहुत पुराने जंगलों की ज़रूरत होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें दिन के समय आश्रय के लिए बड़े पेड़ों के कोटरों की जरूरत होती है, और रात में भोजन करने और घूमने के लिए बड़े पेड़ों की जरूरत होती है।
इसलिए तरुण वनों को पुराने जंगलों के विकल्प के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। हमें दोनों की जरूरत है।
वन्य जीवों के आवास को हुई क्षति को समझने की कोशिश
हमने उपग्रह से प्राप्त आंकड़ों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों का उपयोग करके प्रत्येक प्रजाति के वर्तमान आवास के उस अनुपात का भी अनुमान लगाया, जिसमें फिर से उगाए गए वन भी शामिल है।
हमने पाया कि क्वींसलैंड में कुछ प्रजातियों के लिए फिर से उगाए गए वन उनके संभावित आवास का लगभग एक तिहाई है। औसतन, यह 18 प्रतिशत है।
हालांकि, 2018 से क्वींसलैंड में खोए हुए आवास का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा पुनः उगने वाले जंगल और वनभूमि थे। इसलिए अधिक पुराने पेड़-पौधों का नुकसान प्रति इकाई क्षेत्र में अधिक हानिकारक है।
हमारा अनुसंधान यह संकेत देता है कि बड़े पैमाने पर फिर से उगने वाले वन की दर उच्च स्तर पर बनाए रखना, संकटग्रस्त प्रजातियों को बचाने में मदद करने का एक आसान और लागत प्रभावी तरीका हो सकता है।
इसके विपरीत, पेड़ लगाना समय लेने वाला और महंगा है। इसके अलावा, हमारे केवल 10 प्रतिशत देसी पौधे ही बीज के रूप में बिक्री के लिए आसानी से उपलब्ध हैं। लंबे समय तक सूखे जैसे अधिक चरम मौसम में इनकों फिर से उगाने की परियोजनाएं अक्सर विफल हो जाती हैं।
क्वींसलैंड के कुछ हिस्सों में प्राकृतिक रूप से वन उगने की संभावना भूस्वामियों को वन क्षेत्र को फिर से बहाल करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ एक बहुत बड़ा बोनस है। लेकिन किसानों को उत्पादकता बनाए रखने की भी आवश्यकता है, जो बहुत अधिक क्षेत्र में वन बहाली की दर में वृद्धि होने से घट सकती है।
तो फिर, हम इन भूस्वामियों की अधिक पैमाने पर वन क्षेत्र बहाली के लिए कैसे मदद कर सकते हैं?
एक तरीका प्रोत्साहन प्रदान करना है। उदाहरण के लिए, सरकार द्वारा वित्तपोषित जैव विविधता प्रबंधन योजनाएं वनस्पति के प्रबंधन की लागतों का भुगतान कर सकती हैं; जैसे कि आवास की बाड़ लगाना और खरपतवारों का प्रबंधन करना - साथ ही कृषि उत्पादन के नुकसान के लिए मुआवज़ा देना।
वैकल्पिक रूप से, बाजार आधारित योजनाओं के जरिये भूस्वामियों को अपनी संपत्ति पर अधिक पेड़ लगाकर जैव विविधता बढ़ाने या कार्बन की दर कम करने पर भुगतान किया जा सकता है।
(द कन्वरसेशन) धीरज