उमा भारती ने शराब नीति को लेकर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा
ब्रजेन्द्र सिम्मी
- 15 Apr 2025, 09:59 PM
- Updated: 09:59 PM
भोपाल, 15 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराब नीति को लेकर राज्य में अपनी ही पार्टी की सरकार पर मंगलवार को निशाना साधते हुए कहा कि शराब की दुकानों के आवंटन को लेकर खासकर महिलाओं के नेतृत्व में व्यापक जन विरोध हो रहा है।
भारतीय ने राज्य में मुख्यमंत्री मोहन यादव नीत सरकार को वस्तुत: चेतावनी देते हुए कहा कि ‘‘चौकीदार’’ अभी जिंदा है।
भारती ने लगभग दो साल पहले मध्य प्रदेश में शराब की दुकानों के खिलाफ एक अभियान चलाया था और राज्य में पूर्ण या कम से कम आंशिक शराबबंदी की मांग की थी।
उन्होंने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर सिलसिलेवार ‘पोस्ट’ में कहा, ‘‘दो साल पहले मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर एक व्यापक अभियान चला, जिसके परिणामस्वरुप जनवरी 2023 के आरंभ में नयी शराब नीति घोषित हुई।’’ उन्होंने कहा कि वह एक व्यापक विचार विमर्श के तहत बनी एक आबकारी नीति थी, जो राज्य को एक-दो वर्षों में पूर्ण शराबबंदी की ओर ले जा रही थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं दो साल से उसी नीति के प्रभावी तरीके से लागू होने की प्रतीक्षा कर रही थी। पिछले डेढ़ साल में नयी सरकार से भी इस विषय पर मेरी निरंतर बात हुई। हमारी सरकार हो, हमारा मुख्यमंत्री हो तो कई बार हम आपस की बातचीत को सार्वजनिक नहीं करते।’’
भारती ने कहा कि उन्होंने 'गुणों की चर्चा सर्वत्र, दोषों की चर्चा उचित स्थान पर' करने की नीति का पालन किया लेकिन सबको लगा होगा कि इस विषय पर वह तटस्थ हो गई हैं।
उन्होंने कहा, "ऐसा बिल्कुल नहीं है। चार महीने से मन में हलचल मची हुई है।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दुकानों के आवंटन को लेकर सर्वत्र जन विरोध हो रहा है, विशेष कर महिलाओं का।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, "क्या हम शराब वितरण नीति के प्रति लापरवाह हो गए हैं?"
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, "चौकीदार अभी जिंदा है। हाथ में पत्थर की जरूरत नहीं लगती, गाय के गोबर की चोट ज्यादा भारी पड़ेगी।"
इससे पहले, भारती ने शराब की बिक्री के विरोध में ओरछा की एक दुकान पर गोबर फेंका था।
वह पिछले कई वर्षों से मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रही हैं। उन्होंने 2022 में भोपाल के आजाद नगर इलाके में शराब की एक दुकान में रखी शराब की बोतलों पर पत्थर फेंका था।
उसी वर्ष, भारती ने निवाड़ी जिले के ओरछा शहर में शराब की एक दुकान के सामने दो गायों को बांधा था और लोगों को शराब छोड़ दूध पीने के लिए प्रेरित किया था। ओरछा मंदिरों और महलों के लिए प्रसिद्ध है।
भारती आबकारी नीति को और अधिक कठोर बनाने की मांग करते हुए 2023 में भोपाल में कुछ दिनों के लिए एक मंदिर में रुकी थीं।
इस साल की शुरुआत में, मोहन यादव सरकार ने उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मंडलेश्वर, चित्रकूट और अमरकंटक सहित राज्य के 17 पवित्र शहरों में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था।
भाषा ब्रजेन्द्र