अमृतसर में मादक पदार्थ गिरोह का भंडाफोड़, डीआरआई निरीक्षक समेत आठ लोग गिरफ्तार
धीरज सुरभि
- 10 Apr 2025, 12:17 AM
- Updated: 12:17 AM
चंडीगढ़, नौ अप्रैल (भाषा) पंजाब पुलिस ने बुधवार को मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया जिनमें राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) का एक निरीक्षक भी शामिल है।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपियों से 4.04 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में पुलिस ने हरियाणा के रोहतक निवासी एवं डीआरआई में निरीक्षक पद पर तैनात मंजीत और फिरोजपुर के गांधी नगर निवासी रवि कुमार को गिरफ्तार किया था।
भुल्लर ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा कि मंजीत कथित तौर पर रवि के साथ मिलकर मादक पदार्थ के नेटवर्क की मदद के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रहा था।
उन्होंने बताया कि दोनों सीमा पार से खेप मंगाते थे और रवि सीधे विदेशी तस्करों के संपर्क में था।
अधिकारी ने बताया कि आगे की जांच में छह और आरोपियों - पलविंदर सिंह उर्फ टिंडू, रोहित शर्मा उर्फ रोहित, अभिषेक सिंह, अर्शदीप सिंह, अमित कुमार उर्फ सोनू और सतनाम सिंह - को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि ये सभी अमृतसर से हैं और मादक पदार्थ तस्करी एवं हवाला वित्तपोषण में शामिल थे।
भुल्लर ने कहा कि जांच में खुलासा हुआ है कि अमित क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी को सुविधाजनक बनाने के लिए सीमा पार हवाला नेटवर्क संचालित कर रहा था।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि छेहरटा और रंजीत एवेन्यू पुलिस थानों में स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) की संबंधित धाराओं के तहत कई प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच से व्यापक संलिप्तता के संकेत मिलते हैं तथा पूरे नेटवर्क का पता लगाने और उसे ध्वस्त करने के प्रयास जारी हैं।
भुल्लर ने कहा कि पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करी में शामिल आरोपियों के एक अन्य साथी की पहचान कर ली है तथा गिरफ्तार लोगों से बरामद हेरोइन की खेप प्राप्त करने वाले व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आपूर्तिकर्ताओं, डीलरों और खरीददारों के पूरे नेटवर्क का पता लगाने के साथ-साथ गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा अब तक खरीदी गई कुल मादक पदार्थों की मात्रा का पता लगाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस ने एक मोटरसाइकिल भी जब्त की है जिसका इस्तेमाल माल पहुंचाने के लिए किया जा रहा था।
भाषा धीरज