फतेहपुर तिहरा हत्याकांड: सुरक्षा और सहायता के आश्वासन के बाद पीड़ितों का अंतिम संस्कार किया गया
सं जफर नोमान राजकुमार
- 09 Apr 2025, 09:56 PM
- Updated: 09:56 PM
फतेहपुर (उप्र), नौ अप्रैल (भाषा) फतेहपुर के अखरी गांव में मंगलवार को खूनी संघर्ष में मारे गए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता और उनके परिवार के सदस्यों का अंतिम संस्कार बुधवार शाम कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया । एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इसके पहले शोकाकुल परिवार और उनके समर्थकों ने दिन भर विरोध प्रदर्शन किया । उन्होंने शुरू में शवों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया, आरोपियों की संपत्ति को ध्वस्त करने, पर्याप्त वित्तीय सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) प्रेम कुमार गौतम ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा परिवार की प्रमुख मांगों को मानने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
इससे पहले दिन में जिलाधिकारी रविंदर सिंह और पुलिस अधीक्षक (एसपी) धवल जायसवाल ने शोकाकुल परिवार के साथ चर्चा की तथा उन्हें व्यापक सुरक्षा उपायों का आश्वासन दिया।
इन सुरक्षा उपायों के तहत उनके आवास पर सशस्त्र गार्ड की तैनाती होगी और जब भी वे बाहर निकलेंगे तो उनकी सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी होंगे।
परिजनों को समझाने के लिए जिला प्रशासन ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों द्वारा अतिक्रमण की गई सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए ढांचों को गिरा दिया।
भाकियू के जिला अध्यक्ष पप्पू सिंह (50), उनके बेटे अभय सिंह (22) और उनके छोटे भाई पिंकू सिंह (45) के शव बुधवार सुबह तीन वरिष्ठ डॉक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए गए। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई।
इस बीच पुलिस ने तिहरे हत्याकांड में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को खागा में पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान दो आरोपियों-- पीयूष सिंह (36) और सज्जन सिंह (38) के पैर में गोली लग गई।
जायसवाल ने बताया कि खागा में पुलिस चौकी पर पीयूष और सज्जन को काले रंग की ‘एसयूवी (स्कॉर्पियो)’ वाहन में जाते समय रोका गया। आरोपियों ने पुलिस टीम पर गोली चला दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
एसपी के अनुसार पुलिस मुठभेड़ में दोनो घायल हो गये और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
जायसवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,‘‘हमने गिरफ्तार लोगों के पास से .315 बोर की दो देसी पिस्तौल, तीन खोखे, एक जिंदा कारतूस और एक काले रंग की ‘स्कॉर्पियो’ कार बरामद की है।’’
पुलिस के अनुसार घायल आरोपियों को फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इन ताजा गिरफ्तारियों के साथ ही तिहरे हत्याकांड के सिलसिले में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इससे पहले, मंगलवार को घटना के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने पूर्व ग्राम प्रधान सुरेश कुमार (55) और उनके बेटे भूपिंदर सिंह (32) को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस जांच में पता चला है कि ट्रैक्टर ले जाने को लेकर हुए विवाद के कारण ये क्रूर हत्याएं हुईं। स्थिति तब और बिगड़ गई जब सुरेश कुमार के दो बेटे और उनके साथी भी झगड़े में शामिल हो गए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
गौतम ने वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में आठ पुलिस टीम के गठन की पुष्टि की है, जो प्राथमिकी में नामजद ज्ञान सिंह और विवेक के रूप में पहचाने गए शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए हैं।
जांच जारी रहने के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रांतीय सशस्त्र पुलिस बल सहित भारी पुलिस बल अखरी गांव में तैनात है।
आईजी ने को बताया, ‘‘पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया घटना के पीछे पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता मुख्य कारण प्रतीत होती है।"
भाषा सं जफर नोमान