दिहाड़ी मजदूरों का नियमितीकरण : भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सामने किया प्रदर्शन
धीरज माधव
- 09 Apr 2025, 09:22 PM
- Updated: 09:22 PM
जम्मू, नौ अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू-कश्मीर में दिहाड़ी मजदूरों को नियमित करने और युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों जैसे ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा के लिए लाए गए स्थगन प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा खारिज किये जाने के खिलाफ बुधवार को सदन के बाहर धरना दिया।
विधानसभा में कांग्रेस और निर्दलीय सदस्यों सहित सत्ता पक्ष द्वारा लगातार तीसरे दिन भी हंगामा जारी रहा। इस बीच शाम लाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर का ध्यान विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया द्वारा पेश किए गए स्थगन प्रस्ताव की ओर आकर्षित कराया। इसमें दिहाड़ी मजदूरों के नियमितीकरण और बढ़ती बेरोजगारी की समस्या पर चर्चा की मांग की गई थी।
विधानसभा अध्यक्ष राठेर ने स्थगन प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह मुद्दा ताजा होना चाहिए। इसपर आपत्ति जताते हुए भाजपा सदस्य आसन के समक्ष आ गए। उन्होंने ‘‘दिहाड़ी मजदूरों के नियमितीकरण और बेरोजगारी पर चर्चा करो’’ जैसे नारे लगाए और धरने पर बैठ गए।
विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामा के मद्देनजर सदन की कार्यवाही तीन घंटे के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा के नेतृत्व में सभी भाजपा विधायक विधानसभा प्रवेश द्वार के बाहर धरने पर बैठ गए।
उन्होंने ‘‘ड्रामेबाजी बंद करो, दिहाड़ी मजदूरों पर चर्चा करो’’ जैसे नारे लगाए।
भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ गठबंधन जनता के मुद्दों पर चर्चा से बच रहा है और विधानसभा के एजेंडे पर एकाधिकार करने की कोशिश कर रहा है। सत्र के दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और दोनों पक्षों ने अपने-अपने पक्ष रखे।
नेता प्रतिपक्ष शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज हमारे वरिष्ठ नेता बलवंत सिंह मनकोटिया ने विधानसभा अध्यक्ष को दो प्रमुख मुद्दों पर बहस कराने के लिए स्थगन प्रस्ताव सौंपा - पहला, दिहाड़ी मजदूरों का नियमितीकरण और दूसरा, जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी।’’उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
भाषा धीरज