आर्य-रुद्रांक्ष को 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत, विजयवीर को व्यक्तिगत स्वर्ण
सुधीर नमिता
- 09 Apr 2025, 09:18 PM
- Updated: 09:18 PM
ब्यूनस आयर्स, नौ अप्रैल (भाषा) भारतीय निशानेबाज रुद्रांक्ष पाटिल और आर्य बोरसे ने बुधवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता।
भारत एक का प्रतिनिधित्व करते हुए रुद्राक्ष और आर्य की जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में मैच में नौ अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए रजत पदक जीता। जिफेई वैंग और बुहान सोंग की चीन की जोड़ी ने कुल 17 अंक के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
अर्जुन बबूता और नर्मदा नितिन राजू की दूसरी भारतीय टीम कांस्य पदक मुकाबले में अर्जेंटीना एक के फर्नांडा रुसो और मार्सेलो जूलियन गुटिरेज से 13-17 से हारने के बाद चौथे स्थान पर रही।
रुद्रांक्ष और आर्य कुल 630.5 के साथ क्वालीफिकेशन में दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बबूता और राजू ने 629.6 के कुल स्कोर के साथ चौथा स्थान हासिल किया था।
चार स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य के साथ भारत अब पदक तालिका में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है जिसके पास दो कांस्य अधिक हैं।
स्वर्ण पदक के मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने अधिक गल्तियां नहीं की लेकिन चीन की जोड़ी ने बहुत ही उच्च स्तर का प्रदर्शन किया। चीन की जोड़ी शुरुआत से ही नियंत्रण में दिखी और मुकाबले को अपने पक्ष में कर लिया।
रुद्रांक्ष और आर्य ने नौवीं से 12वीं एक निशाने की सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जिसमें से उन्होंने लगातार तीन सीरीज जीत और चौथी बराबर रही लेकिन इसके बावजूद चीन की जोड़ी ने आसान जीत दर्ज की।
शॉटगन रेंज में महिला ट्रैप निशानेबाज पदक दौर में जगह नहीं बना सके। नीरू 115 अंकों के साथ सर्वश्रेष्ठ भारतीय रहीं और उन्होंने 12वां स्थान हासिल किया। प्रगति दुबे 110 अंकों के साथ 16वें स्थान पर रहीं जबकि भव्या त्रिपाठी ने 106 अंकों के साथ 23वां स्थान हासिल किया।
पुरुषों के ट्रैप में अनुभवी जोरावर सिंह संधू ने अपने पांचवें और अंतिम दौर में 25 अंकों के साथ उम्मीदें जगाई और कुल 119 अंक हासिल किए। हालांकि उन्हें फाइनल में एकमात्र स्थान के लिए कई निशानेबाजी के बीच शूट ऑफ जीतना होगा। पृथ्वीराज टोंडइमन (117) और लक्ष्य श्योराण (115) फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में पिछड़ गए।
इससे पहले मंगलवार को पेरिस ओलंपिक में भाग ले चुके विजयवीर सिद्धू ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल कर में भारत को चौथा स्वर्ण पदक दिलाया।
विजयवीर ने कम स्कोर वाले लेकिन रोमांचक फाइनल के आठ सीरीज वाले मुकाबले में 29 अंक हासिल किए। उन्होंने इटली के अनुभवी रिकार्डो माजेटी को पीछे छोड़ा। माजेटी पांच रैपिड-फायर की आठ सीरीज के बाद एक अंक से चूक गए। चीन के 19 साल के निशानेबाज यांग युहाओ ने कांस्य पदक जीता।
विजयवीर ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘ मैंने गुरप्रीत सर, अनीश और अन्य लोगों के साथ पहले भी कई फाइनल खेले हैं। इसमें राष्ट्रीय, ट्रायल आदि शामिल हैं और मैंने इन सब में अच्छा प्रदर्शन किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए आज मैंने खुद से कहा कि मुझे वही करना है जो मैं वहां (राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता) करता हूं। यानी मुझे यह महसूस करना है कि मैं यहां भी दिल्ली जैसा प्रदर्शन कर सकता हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा ध्यान उन चीजों को नियंत्रित करना था जो मेरी पहुंच में है और यह काम कर गया।’’
माजेटी ने तेज हवाओं के बीच पहले 20 में से 14 निशाने लगाकर मजबूत शुरुआत की, जबकि विजयवीर पहले एलिमिनेशन चरण में एक अंक से पीछे थे।
भारतीय खिलाड़ी के लिए शुरुआती सीरीज मुश्किल रही थी। उन्होंने इनमें सिर्फ एक सटीक निशाना लगाया। उन्होंने इसके बाद सेंटर के करीब तीन निशाने लगाये और पांचवीं सीरीज में सटीक निशाने के साथ दबदबा बनाना शुरू कर दिया।
विजयवीर ने छठी सीरीज में इटली के खिलाड़ी की बराबरी की। इसके साथ ही दोंनो खिलाड़ियों का पदक पक्का हो गया।
इस बीच कांस्य के मुकाबले में ई यांग ने शूटआउट में चिरयुकिन को शिकस्त दी।
विजयवीर और माजेटी ने सातवें चरण में भी बराबर निशाने लगाये। आठवीं और आखिरी सीरीज में माजेटी ने तीन सही निशाने लगाये जबकि विजयवीर ने चार निशाने के साथ आईएसएसएफ विश्व कप में अपना पहला पदक पक्का किया।
भाषा सुधीर