उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए अब तक 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कराए पंजीकरण
दीप्ति नोमान
- 09 Apr 2025, 05:58 PM
- Updated: 05:58 PM
देहरादून, नौ अप्रैल (भाषा) इस महीने के अंत से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है जिसके लिए अब तक 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं ।
उत्तराखंड के पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने यहां बताया कि विभाग ने चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं जिसके तहत गत 20 मार्च से तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू कर दिया गया था ।
उन्होंने बताया कि इस बार यात्रा के लिए पंजीकरण को आधार कार्ड से जोड़ा गया है और ‘फेशियल रिकॉग्निशन’ के जरिए ‘ऑन स्पॉट’ (मौके पर) पंजीकरण की व्यवस्था की गयी है ।
कुर्वे ने बताया कि अब तक 15 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करवा चुके हैं ।
उन्होंने कहा कि जो यात्री ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पा रहे हैं, उनके लिए ‘ऑन स्पॉट’ पंजीकरण की सुविधा दी गई है और यह पंजीकरण भी आधार से जुड़े ‘फेशियल रिकॉग्निशन’ तकनीक के ज़रिए होगा।
पर्यटन सचिव ने बताया कि ‘ऑन स्पॉट’ पंजीकरण विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए है जो विभिन्न बस एसोसिएशनों के माध्यम से यात्रा कर रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि बसों से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का पंजीकरण उन होटल या धर्मशालाओं में ही कर दिया जाएगा जहां वे ठहरेंगे ।
कुर्वे ने कहा कि इसके लिए उन्हें पंजीकरण काउंटर पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस प्रक्रिया के संचालन के लिए हरिद्वार में 15 और ऋषिकेश में 25 मोबाइल आधारित पंजीकरण टीमें नियुक्त की गई हैं।
उन्होंने बताया कि होटल एसोसिएशन और तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक कर उनके सुझावों को अमल में लाया गया है।
हेलीकॉप्टर सेवा को लेकर भी श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है और मई माह के लिए टिकटों की बुकिंग शुरू हो गयी है ।
कुर्वे ने बताया कि सभी टिकट बुकिंग पहचानपत्र के आधार पर की गई हैं ।
उन्होंने कहा कि यात्रियों से फोन पर संपर्क कर यह पूछा जा रहा है कि उनकी टिकट किस माध्यम से बुक हुई है और कितनी राशि ली गई है।
सचिव ने बताया कि अब तक करीब 2300 यात्रियों को कॉल की जा चुकी है जिनमें से 1600 से बात हो चुकी है और अधिकतर यात्रियों ने हेलीकॉप्टर का टिकट स्वयं बुक कराने की जानकारी दी है ।
तीस अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी ।
रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ के कपाट दो मई को जबकि चमोली जिले में बदरीनाथ के कपाट चार मई को खुलेंगे ।
इस बार राज्य सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण के साथ-साथ 40 फीसदी ‘ऑन स्पॉट’ पंजीकरण का निर्णय भी लिया है जिससे इंटरनेट का उपयोग नहीं कर पाने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं उठानी पड़े ।
चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही स्पष्ट निर्देश दे चुके हैं कि चारधाम यात्रा पर आने वाले हर श्रद्धालु के लिए भगवान के दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ।
भाषा दीप्ति