सत्तारूढ़ गठबंधन वक्फ संशोधनों को खारिज करने के प्रस्ताव को प्राथमिकता दे : पीडीपी
धीरज नेत्रपाल वैभव
- 09 Apr 2025, 04:02 PM
- Updated: 04:02 PM
श्रीनगर, नौ अप्रैल (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा से संसद द्वारा पारित वक्फ अधिनियम में संशोधनों को खारिज करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का आह्वान किया।
जम्मू कश्मीर विधानसभा के बजट सत्र का बुधवार को आखिरी दिन है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज संभवतः इस विधानसभा सत्र का समापन हो रहा है, इसलिए सत्तारूढ़ गठबंधन को राजनीतिक तमाशा लंबा खींचने के बजाय इस विधेयक को खारिज करने के लिए प्रस्ताव पारित करने को प्राथमिकता देनी चाहिए।’’
पीडीपी अध्यक्ष ने हाल में यहां ट्यूलिप गार्डन में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू के बीच हुई मुलाकात का संदर्भ देते हुए कहा कि यह मुलाकात देश के 24 करोड़ मुसलमानों के लिए एक संकेत प्रतीत होती है।
सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पहले ही इन आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि विपक्ष ‘‘ख्याली पुलाव पका रहा है।’’
महबूबा ने कहा, ‘‘वक्फ संशोधन विधेयक को संसद में पारित कराने के बाद, मंत्री किरेन रीजीजू ने रणनीतिक रूप से कश्मीर का दौरा करने का फैसला किया। भारत के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य के मुख्यमंत्री ने उनका भव्य स्वागत किया - ऐसा लगता है कि यह कदम भारत भर के 24 करोड़ मुसलमानों को यह संकेत देने के लिए जानबूझकर उठाया गया है कि जब देश के एकमात्र मुस्लिम बहुल क्षेत्र का नेता समर्थन में खड़ा है, तो उनके विचारों का कोई महत्व नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन की पृष्ठभूमि में यह दौरा समुदाय के हाशिए पर होने और शक्तिहीन होने का सार्वजनिक उत्सव जैसा लगा।’’
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अब्दुल्ला के कार्यों से मुस्लिम समुदाय में अलग-थलग और लाचार होने की भावना और गहरी हो गई है।
पीडीपी प्रमुख ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर उपराज्यपाल द्वारा मंजूर तीन विधेयकों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए विधानसभा में नाटक करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस हंगामे का एक और कारण था। उपराज्यपाल ने तीन विधेयकों को मंजूरी दी थी, जो दैनिक मजदूरों को विनियमित करने, पीडीपी विधायक वहीद उर रहमान पारा द्वारा गरीबों को जमीन देने के संबंध में लाए गए विधेयक और शराब पर प्रतिबंध से संबंधित हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘इन विधेयकों से बचने के लिए और इनसे ध्यान हटाने के लिए विधानसभा में हंगामा किया गया। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं द्वारा वक्फ विधेयक लाने वाले रीजीजू का स्वागत करने से ध्यान हटाने के लिए भी शोर-शराबा किया गया।’’
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी वक्फ अधिनियम में संशोधन को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देगी।
जम्मू कश्मीर से बाहर के 83,000 लोगों को अधिवास प्रमाण पत्र दिए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिवास प्रमाण पत्र देना और ‘सैटेलाइट टाउनशिप’ बनाना एक एजेंडा है जिसे उमर अब्दुल्ला लागू कर रहे हैं।’’
महबूबा ने वक्फ संशोधनों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रुख पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सवाल किया कि संसद में विधेयक लाने से पहले मुस्लिम समुदाय को इसमें शामिल क्यों नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी मुसलमान इसका विरोध कर रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और उसके नेतृत्व को छोड़कर हर कोई इसके खिलाफ है। उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला ने इसका विरोध नहीं किया। लेकिन देश के सभी मुसलमान और यहां तक कि धर्मनिरपेक्ष पार्टियां भी इसका विरोध कर रही हैं। अगर यह मुसलमानों के पक्ष में होता तो मुसलमानों के कब्रिस्तानों पर कब्जा करने की कोई जरूरत नहीं थी।’’
भाषा धीरज नेत्रपाल