दुर्ग में बच्ची साथ बलात्कार के बाद हत्या, वकीलों का आरोपी की पैरवी नहीं करने का फैसला
सं संजीव रंजन
- 08 Apr 2025, 08:37 PM
- Updated: 08:37 PM
दुर्ग, आठ अप्रैल (भाषा) छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में मंगलवार को विभिन्न संगठनों ने छह वर्ष की बालिका के साथ बलात्कार एवं उसकी हत्या की घटना की निंदा करते हुए प्रदर्शन किया, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने कई जिलों में राज्य की भाजपा सरकार का पुतला जलाया।
दुर्ग जिला बार काउंसिल ने अदालत में आरोपी की पैरवी नहीं करने का फैसला किया है।
जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र में रहने वाली बालिका रविवार की सुबह नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन के लिए पड़ोस में अपनी दादी के घर गई थी। इस दौरान उसे अकेला पाकर उसके 24 वर्षीय चाचा ने उसका यौन उत्पीड़न किया और उसकी हत्या कर दी, आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं समुदाय के सदस्यों ने शहर में रैलियां निकाली, यादव समाज ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। यादव समाज ने दुर्ग जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पीड़िता की मां को 50 लाख रुपए की सहायता और उन्हें सरकारी नौकरी देने की मांग की है। बच्ची यादव समाज से आती है।
अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा की छत्तीसगढ़ इकाई के महासचिव प्रीतम यादव ने कहा, ''हमने घटना की सीबीआई जैसी एजेंसियों से विस्तृत जांच की मांग की है। आरोपियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। हमने पीड़िता की मां को 50 लाख रुपए की सहायता और उन्हें सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है।'
छत्तीसगढ़ी महिला समाज ने भी घटना की कड़ी निंदा की और पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
वहीं दुर्ग बार काउंसिल की अध्यक्ष नीता जैन ने इस कृत्य को जघन्य और अमानवीय करार देते हुए कहा कि अधिवक्ता संघ ने आरोपी की पैरवी नहीं करने का फैसला किया है।
पीड़िता को सिगरेट से प्रताड़ित किए जाने और उसके शरीर पर जलने के निशान होने की खबरों के बीच दुर्ग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने कहा कि पीड़िता की पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है तथा मामले की जांच जारी है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि शव को खड़ी कार के अंदर रखा गया था और उस पर संभवतः गर्मी के कारण छाले पड़ गए थे।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने घटना के विरोध में रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव समेत कई जिलों में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का पुतला जलाया।
कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के इस्तीफे की मांग की, जिनके पास गृह विभाग भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है।
पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह आरोपी घर में अकेला था, जबकि बालिका की दादी और एक अन्य रिश्तेदार मंदिर गए थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कथित तौर पर बच्ची का यौन उत्पीड़न किया, उसकी हत्या की और बाद में उसके शव को पड़ोसी की कार में रख दिया।
उन्होंने बताया कि कार नियमित रूप से वहां खड़ी रहती थी और आरोपी को पता था कि उसका एक दरवाजा खुला रहता है।
अधिकारियों ने बताया कि जब बच्ची शाम तक घर नहीं लौटी, तो उसके परिवार के सदस्यों ने खोजबीन शुरू की और बाद में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस को रात में पड़ोस में कार के अंदर शव मिला।
पुलिस ने बताया कि बच्ची के शरीर पर चोट के निशान थे और मेडिकल रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई है।
घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने रविवार रात कार और कुछ अन्य वाहनों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। हालांकि, पुलिस ने स्थिति को काबू में कर लिया और आग बुझा दी। सोमवार को बालिका के परिजनों ने शव लेकर थाने के बाहर प्रदर्शन किया।
भाषा सं संजीव