प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में स्टालिन का नहीं शामिल होना उनका ‘अपमान’:तमिलनाडु भाजपा
अमित संतोष
- 06 Apr 2025, 08:38 PM
- Updated: 08:38 PM
मदुरै (तमिलनाडु), छह अप्रैल (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के रविवार को राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आधिकारिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने की भाजपा ने कड़ी आलोचना की और उन पर प्रधानमंत्री का ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया तथा माफी मांगने की मांग की।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने स्टालिन द्वारा संसदीय परिसीमन प्रक्रिया का उल्लेख किये जाने को 'नाटक' करार दिया।
स्टालिन रविवार को एक सरकारी अस्पताल का उद्घाटन करने के लिए पर्वतीय शहर उधगमंडलम (ऊटी) में थे। स्टालिन ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को रामेश्वरम में उनके कार्यक्रम में शामिल होने में अपनी असमर्थता से अवगत करा दिया था।
स्टालिन ने उधगमंडलम में सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने परिसीमन पर ज्ञापन प्रस्तुत करने के लिए समय मांगा है...चूंकि मैं इस सरकारी समारोह में भाग ले रहा हूं, इसलिए मैंने उन्हें (प्रधानमंत्री को) उनकी सभा में भाग लेने में असमर्थता से अवगत करा दिया है। मैंने इस कार्य (मोदी की सभा में शामिल होने) के लिए अपने मंत्रियों-- टी थेन्नारसु और राजा कन्नप्पन को भेजा है। इस सभा के माध्यम से मैं प्रधानमंत्री से परिसीमन की आशंकाओं को दूर करने का अनुरोध करता हूं।’’
इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए अन्नामलाई ने कहा कि यह खेद की बात है कि स्टालिन प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे।
अन्नामलाई ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘उनके (मुख्यमंत्री स्टालिन) द्वारा दिया गया कारण स्वीकार्य नहीं है। उन्हें प्रधानमंत्री के आगमन के बारे में पता था, क्योंकि इस पर लंबे समय से चर्चा चल रही थी। प्रधानमंत्री श्रीलंका से सीधे दिल्ली नहीं गए, बल्कि परियोजनाओं को समर्पित करने के लिए यहां आए थे। ऐसे में प्रधानमंत्री का स्वागत करना मुख्यमंत्री का प्राथमिक कर्तव्य है।’’
उन्होंने स्टालिन पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने मखौल उड़ाते हुए कहा, ‘‘वे ऊटी गए क्योंकि रामेश्वरम में बहुत गर्मी है और वे गर्मी बर्दाश्त नहीं कर सकते।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री के (प्रधानमंत्री के) कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की "कड़ी निंदा" करती है।
भाजपा नेता अन्नामलाई ने आरोप लगाया, ‘‘मुख्यमंत्री अपना कर्तव्य निभाने में विफल रहे हैं, उन्हें प्रधानमंत्री को उचित सम्मान देना चाहिए था। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का अपमान किया है, जो तमिलनाडु के लोगों के लिए आए थे। उन्हें तमिलनाडु के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। वह परिसीमन के बारे में बोलकर राजनीति कर रहे हैं।’’
भाषा अमित