प्रधानमंत्री मोदी की मुखवा यात्रा से चारधाम तीर्थयात्रियों में उत्साह: उत्तराखंड सरकार
जितेंद्र पवनेश
- 25 Mar 2025, 10:01 PM
- Updated: 10:01 PM
देहरादून, 25 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस महीने की शुरुआत में उत्तरकाशी जिले में ‘मां गंगा’ के शीतकालीन निवास मुखवा की यात्रा ने उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है।
चारधाम यात्रा यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा को संदर्भित करती है।
मोदी ने छह मार्च को मुखवा और हर्षिल का दौरा किया था।
इस वर्ष 30 अप्रैल को गढ़वाल में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही वार्षिक चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है।
यहां एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी की ‘मां गंगा के शीतकालीन निवास’ मुखवा और पर्यटन स्थल हर्षिल की यात्रा ने वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है और इससे तीर्थयात्रियों में भी अधिक उत्साह है।
यह पहली बार था कि जब प्रधानमंत्री ने चारधाम यात्रा की शुरुआत के करीब उत्तराखंड का दौरा किया था।
विज्ञप्ति के मुताबिक, हालांकि मोदी औपचारिक रूप से हिमालयी मंदिरों की शीतकालीन तीर्थयात्रा को बढ़ावा देने आए थे लेकिन उन्होंने चारधाम यात्रा का भी काफी प्रचार किया।
प्रधानमंत्री के भव्य प्रचार से लोगों में यात्रा के प्रति उत्साह बढ़ा है।
पंजीकरण के प्रति उत्साह को देखते हुए भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर तैयारी की जा रही है।
विज्ञप्ति के मुताबिक, “सरकार चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटी है। उत्तराखंड की यात्रा व्यवस्थाओं ने देश-दुनिया से श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है और उनका विश्वास बढ़ा है।”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने चार धामयात्रा का खूब प्रचार-प्रसार किया है। हम तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस बार चारधाम यात्रा पिछले वर्ष के मुकाबले दस दिन पहले शुरू हो रही है।
पिछले वर्ष 10 मई को चारधाम यात्रा शुरू हुई थी जबकि इस बार यह 30 अप्रैल से शुरू हो रही है।
वर्ष 2023 में यात्रा 22 अप्रैल को शुरू हुई थी और रिकॉर्ड 56,18497 तीर्थयात्री उत्तराखंड पहुंचे थे।
वर्ष 2024 में प्राकृतिक आपदाओं के कारण लगभग एक महीने तक यात्रा बाधित रहने के बावजूद, तीर्थयात्रियों की संख्या ने सभी को चौंका दिया था।
वर्ष 2024 में 48 लाख से अधिक तीर्थयात्री यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचे। गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट 30 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे।
इसके बाद दो मई को केदारनाथ और चार मई को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे।
भाषा जितेंद्र