आप जो कहते हैं, उसके दुष्परिणाम हो सकते हैं: कामरा विवाद पर कंगना रनौत
प्रीति सुरेश
- 25 Mar 2025, 05:51 PM
- Updated: 05:51 PM
नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) अभिनेत्री एवं सांसद कंगना रनौत ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के राजनीतिक करियर पर हास्य कलाकार कुणाल कामरा की टिप्पणी से जुड़े विवाद को लेकर मंगलवार को कहा कि कॉमेडी के नाम पर किसी को भी अपमानित करना गलत है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद रनौत यहां संसद के बाहर पत्रकारों से बात कर रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘आप कोई भी हो सकते हैं, लेकिन किसी का अपमान करना (अच्छा नहीं है)। आप कॉमेडी के नाम पर किसी का अपमान कर रहे हैं, उन्होंने (शिंदे ने) जो कुछ किया है उसका (आप) निरादर कर रहे हैं। शिंदे जी कुछ समय पहले तक ऑटोरिक्शा चलाते थे।’’
रनौत ने कहा, ‘‘वह अपने दम पर आज यहां तक पहुंचे हैं। उनकी (कामरा की) साख क्या है? ...अगर वे लिख सकते हैं, तो मैं कहूंगी कि साहित्य लिखें या फिल्मों के लिए हास्य संवाद लिखें। कॉमेडी के नाम पर गाली देना, कॉमेडी के नाम पर हमारे धर्मग्रंथों का मजाक उड़ाना, लोगों, माताओं और बहनों का मजाक उड़ाना (सही नहीं है)।’’
कामरा ने फिल्म ‘‘दिल तो पागल है’’ के एक गीत का संशोधित गीत (पैरोडी) गाया था, जिसमें शिंदे को जाहिर तौर पर ‘‘गद्दार’’ कहा गया था।
उन्होंने महाराष्ट्र में हाल में हुए राजनीतिक घटनाक्रमों का मजाक उड़ाया, जिनमें शिवसेना और राकांपा में विभाजन भी शामिल है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को इस विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि कामरा को अपनी ‘‘घटिया कॉमेडी’’ के लिए माफी मांगनी चाहिए।
फडणवीस की टिप्पणी के समान विचार व्यक्त करते हुए रनौत ने कहा, ‘‘ये लोग खुद को प्रभावशाली व्यक्ति कहते हैं। इस दो मिनट की प्रसिद्धि के लिए समाज कहां जा रहा है? हमें इस बारे में सोचने की जरूरत है। जैसा कि फडणवीस जी ने कहा कि हमें जो कहना है, उसके लिए हमें कुछ जिम्मेदारी लेनी होगी। इसके दुष्परिणाम हो सकते हैं। जब आपसे कानूनी तौर पर पूछताछ की जाएगी तो क्या आप इस बात पर कायम रहेंगे? ’’
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने रविवार को मुंबई में खार क्षेत्र स्थित ‘हैबिटेट कॉमेडी क्लब’ में कथित रूप से तोड़फोड़ की थी, जहां कामरा का कार्यक्रम शूट किया गया था। इस कार्यक्रम में कामरा ने शिंदे पर ‘‘गद्दार’’ शब्द के जरिये कटाक्ष किया था।
बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता रविवार रात ‘होटल यूनिकॉण्टिनेंटल’ के बाहर एकत्र हुए, जहां यह क्लब स्थित है। उन्होंने क्लब और होटल परिसर में तोड़फोड़ की।
अभिनेत्री ने कहा कि ‘हैबिटेट कॉमेडी क्लब’ में हुई घटना और 2020 में मुंबई स्थित उनके कार्यालय को ढहाने की घटना की तुलना करना गलत है। दरअसल, रनौत का 2020 मे शिवसेना-नीत सरकार के साथ विवाद हुआ था, जिसके बाद बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने उनका (अभिनेत्री का) कार्यालय ढहा दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘वह (मेरे कार्यालय को ध्वस्त करना) पूरी तरह से अवैध गतिविधि थी, (जबकि) यह पूरी तरह से कानूनी है। दोनों घटनाओं की आपस में तुलना नहीं की जा सकती है।’’
अभिनेत्री रनौत की बाद में कामरा का समर्थन करने वाले फिल्म निर्माता हंसल मेहता के साथ बहस हो गई। मेहता ने 2017 की फिल्म ‘सिमरन’ में उनके साथ काम किया है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के एक उपयोगकर्ता ने फिल्म निर्माता एवं निर्देशक हंसल मेहता की पोस्ट (कामरा के समर्थन वाली पोस्ट) को ‘‘पाखंड’’ करार देते हुए उनसे सवाल किया कि जब कंगना की संपत्ति को ध्वस्त किया गया था तब उन्होंने अभिनेत्री के समर्थन में कुछ नहीं कहा था।
मेहता ने इसका जवाब देते हुए कहा, ‘‘क्या उनके (कंगना) घर में तोड़फोड़ की गई। क्या गुंडे उनके घर में घुसे थे? क्या उन्होंने उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को चुनौती देने के लिए ऐसा किया या कथित एफएसआई उल्लंघन के लिए? कृपया मुझे बताएं। शायद मुझे तथ्य नहीं पता।’’
कंगना ने मेहता की इस पोस्ट को अपने ‘एक्स’ पर साझा करते हुए निर्देशक से उनसे (कंगना से) जुड़े मामलों पर टिप्पणी न करने के लिए कहा।
अभिनेत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे अपशब्द कहा था, मुझे धमकाया, देर रात मेरे चौकीदार को नोटिस थमा दिया और अगली सुबह अदालत खुलने से पहले ही बुलडोजर से पूरा घर गिरा दिया। उच्च न्यायालय ने भी इसे पूरी तरह से अवैध बताया था। उन्होंने इसका मजाक उड़ाया, मेरे दर्द और सार्वजनिक अपमान पर खुशी जताई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि आपकी असुरक्षा और औसत दर्जे के आपके व्यक्तित्व ने न केवल आपको द्वेषपूर्ण और मूर्ख बना दिया है, बल्कि इसने आपको अंधा भी बना दिया है। यह कोई घटिया सीरीज और बेकार की फिल्म नहीं है, जो आप बनाते हैं। मुझसे संबंधित मामलों में अपना मूर्खतापूर्ण झूठ और एजेंडा बेचने की कोशिश मत करें, इससे दूर रहें।’’
मेहता ने इस पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, ‘‘जल्द ठीक हो जाओ।’’
भाषा प्रीति