वक्फ विधेयक असंवैधानिक, पारित हुआ तो अदालत में दी जाएगी चुनौती: आईयूएमएल नेता
हक नेत्रपाल
- 20 Mar 2025, 07:01 PM
- Updated: 07:01 PM
नयी दिल्ली, 20 मार्च (भाषा) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के सांसद ईटी मोहम्मद बशीर ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि वक्फ (संशोधन) विधेयक संसद में पारित हो जाता है, तो उनकी पार्टी समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ मिलकर इसे अदालत में चुनौती देगी और ‘‘असंवैधानिक’’ कानून के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन भी चलाया जाएगा।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कई मुस्लिम संगठनों और सांसदों ने बीते सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के तत्वावधान में यहां जंतर-मंतर पर वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया था।
बशीर ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘हमारी (विपक्ष की) रणनीति सबसे पहले संसद के अंदर इसका विरोध करने की होगी। जब इसे पेश किया गया था तो हमने इसका पुरजोर विरोध किया था। जब संसद की संयुक्त समिति की रिपोर्ट के बाद यह दोबारा पेश किया जाएगा तो हम इसके खिलाफ सख्त रुख अपनाएंगे और विधेयक के खिलाफ अपने पास मौजूद सभी शक्तियों का इस्तेमाल करेंगे।’’
केरल के मलप्पुरम से लोकसभा सदस्य ने कहा कि विधेयक असंवैधानिक है।
बशीर ने दावा किया, ‘‘देश में हजारों करोड़ रुपये की वक्फ भूमि है और भाजपा के पास इस पर कब्जा करने का एजेंडा है। वह संसद के माध्यम का इस्तेमाल लूटने के लिए कर रही है। सरकार वक्फ संपत्तियों की सबसे बड़ी अतिक्रमणकर्ता है। वह अब अतिक्रमण का महिमामंडन कर रही है और अप्रत्यक्ष तरीके से इसका समर्थन कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि भारत के विभिन्न विपक्षी दल विधेयक के विरोध में एकजुट हैं।
बशीर ने आरोप लगाया कि केंद्र जब किसी संपत्ति पर कब्जा करना चाहेगा तो विवाद खड़ा कर देगा और विधेयक के तहत, विवाद की स्थिति में इसका फैसला सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इस तरह बहुत सारी वक्फ संपत्तियों पर सरकार कब्जा कर लेगी।’’
आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हम कानूनी तौर पर इससे लड़ेंगे। हमारा पक्ष मजबूत है क्योंकि यह विधेयक अलोकतांत्रिक है और संविधान का उल्लंघन करता है। इसलिए हमें सफलता मिलेगी।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या आईयूएमएल इस मामले को अदालत में ले जाएगी, बशीर ने कहा, ‘‘केवल आईयूएमएल ही नहीं, सभी समान विचारधारा वाले दल हाथ मिलाएंगे।’’
उन्होंने पूरे देश में इस विधेयक के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करने का भी संकल्प लिया।
नागपुर में हुई हालिया हिंसा पर बशीर ने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस से जुड़े लोग अशांति फैलाने में शामिल हैं।
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