भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में मूर्ति खंडित किये जाने का आरोप लगाया
अमित दिलीप
- 14 Mar 2025, 09:57 PM
- Updated: 09:57 PM
कोलकाता, 14 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल में नंदीग्राम से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में मूर्ति खंडित किये जाने की एक घटना हुई है।
इस सप्ताह के शुरू में, भाजपा ने हाल के दिनों में बरुईपुर, फालाकाटा और अन्य क्षेत्रों में मूर्तियां कथित रूप से खंडित किये जाने की घटनाओं के मुद्दे पर विधानसभा से बहिर्गमन किया था।
नंदीग्राम के बारे में इसी तरह के एक दावे में, अधिकारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘नंदीग्राम द्वितीय ब्लॉक के अमदाबाद क्षेत्र के कमालपुर के ग्रामीण पिछले मंगलवार से पूजा कर रहे थे। पूजा और राम नारायण कीर्तन शांतिपूर्वक जारी था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कल आधी रात के आसपास एक ग्रामीण ने घर लौटते समय देखा कि मूर्तियां खंडित कर दी गई हैं। उसने अन्य ग्रामीणों को इसकी सूचना दी, जो बाद में एकत्र हुए और उन्होंने उक्त कृत्य को देखा।’’
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता अधिकारी ने डीजीपी से दोषियों की पहचान करने और उन्हें जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और इस तरह के जघन्य कृत्यों पर पर्दा डालने से बचना चाहिए।"
इस पर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को इलाके में सुरक्षा बल भेजा गया था और जांच की जा रही है।
अधिकारी ने पुष्टि की कि स्थिति नियंत्रण में है और इलाके में डोलयात्रा शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया, जैसा कि बंगाल में अन्य जगहों पर हुआ।
टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने शुभेंदु अधिकारी के आरोपों को खारिज करते हुए उन पर और अन्य भाजपा नेताओं पर विभाजन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘(शुभेंदु) अधिकारी और अन्य भाजपा नेता राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने के लिए बार-बार ध्रुवीकरण का कार्ड खेल रहे हैं, क्योंकि हर चुनाव में उनका मत-प्रतिशत लगातार घट रहा है।’’
घोष ने कहा, "आर्थिक विकास और रोजगार जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, वे धार्मिक मामलों को उछाल रहे हैं और समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा की चाल सफल नहीं होगी।"
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, "पुलिस हर घटना में सतर्क थी और हर उपासना स्थल की सुरक्षा के लिए उचित कार्रवाई की है।"
भाषा
अमित