बघेल का आरोप, उनसे जुड़े परिसरों पर ईडी की छापेमारी भाजपा की हताशा का नतीजा
संजीव पारुल
- 10 Mar 2025, 08:51 PM
- Updated: 08:51 PM
दुर्ग, 10 मार्च (भाषा) छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि उनसे जुड़े परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी सत्तारूढ़ पार्टी की हताशा का नतीजा है।
बघेल ने कहा कि उन्हें हाल ही में पंजाब के लिए पार्टी का प्रभारी बनाया गया है और यह छापेमारी उन्हें हतोत्साहित करने के लिए की गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने कथित शराब घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत दुर्ग जिले के भिलाई शहर में बघेल के परिसरों पर आज सुबह छापेमारी की।
सूत्रों के मुताबिक, चैतन्य के एक कथित करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और कुछ अन्य के परिसरों की भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली गई।
उन्होंने बताया कि चैतन्य अपने पिता के साथ भिलाई वाले आवास में रहते हैं, इसलिए परिसर की तलाशी ली जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, चैतन्य पर शराब घोटाले की आपराधिक आय का "प्राप्तकर्ता" होने का संदेह है।
ईडी कर्मियों के परिसर से चले जाने के बाद भूपेश बघेल ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ''यह कार्रवाई हताशा का नतीजा है और यह दर्शाती है कि वे (भाजपा) किसी भी हद तक जा सकते हैं। यह दर्शाती है कि राज्य विधानसभा में सवाल पूछना अपराध बन गया है। इससे पहले, (पूर्व मंत्री और पार्टी नेता) कवासी लखमा ने राज्य विधानसभा में सवाल पूछा था, और इसके आठ दिनों के भीतर ईडी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें जेल में डाल दिया।''
बघेल ने कहा, ''तीन साल से शराब घोटाले की जांच की जा रही है, अभी तक उन्होंने न तो अंतिम रिपोर्ट पेश की है और न ही आरोप तय किए हैं। मैंने विधानसभा के बजट सत्र में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से गरीबों के लिए आवास योजना के बारे में पूछा। महज चार दिनों के भीतर, आज ईडी मेरे आवास पर आ पहुंची।''
उन्होंने कहा कि भाजपा इसलिए भी हताश है, क्योंकि रायपुर में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने सात साल पुराने कथित (सेक्स) सीडी मामले में उन्हें सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''इन दो कारणों से भाजपा बहुत हताश है। तलाशी के दौरान उन्हें मेरे घर में 32-33 लाख रुपये नकद मिले, जहां मैं अपनी पत्नी, तीन बेटियों, बेटे, बहू और पोते-पोतियों के साथ रहता हूं। यह कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि मेरा एक बड़ा परिवार है और हम 140 एकड़ में खेती करते हैं तथा आय के अन्य स्रोत भी हैं। हम इसका ब्योरा देंगे।''
उन्होंने दावा किया कि ईडी को भाजपा नेताओं से संबंधित मामलों के कुछ दस्तावेजों को छोड़कर कुछ भी नहीं मिला है।
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