एनडीएमसी ने ग्रीष्मकालीन कार्य योजना पेश की, जलापूर्ति और शिकायत निस्तारण पर जोर
धीरज प्रशांत
- 10 Mar 2025, 08:19 PM
- Updated: 08:19 PM
नयी दिल्ली, 10 मार्च (भाषा) नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने सोमवार को नगर निकाय की ‘ग्रीष्मकालीन कार्य योजना’ पेश की, जिसमें शहर में कुशल जलापूर्ति सुनिश्चित करने, शिकायतों का निस्तारण करने और जलभराव को रोकने के उपायों की रूपरेखा रेखांकित की गई है।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि ‘‘ग्रीष्मकालीन कार्य योजना 2025’’ के तहत, निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नई जल वितरण योजनाएं, अतिरिक्त टैंकर, पाइपलाइन सुधार और निरंतर जल गुणवत्ता निगरानी सहित कई पहलों को लागू किया गया है।
चहल ने आश्वासन दिया कि एनडीएमसी क्षेत्र में किसी भी नागरिक को जल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बयान में कहा गया है, ‘‘जल वितरण को मजबूत करने के लिए, एनडीएमसी ने दिल्ली सरकार और दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के साथ प्रयासों का समन्वय किया है। एनडीएमसी वर्तमान में 18,366 जल उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान करता है, जिसमें 3,509 वाणिज्यिक कनेक्शन, 11,846 घरेलू कनेक्शन और 3,011 अन्य प्रकार के कनेक्शन शामिल हैं। चार प्रमुख उपचार संयंत्रों- चंद्रावल, वजीराबाद, हैदरपुर और सोनिया विहार से पानी की आपूर्ति की जाती है। वह डीजेबी से प्रति दिन लगभग 125 मिलियन लीटर (एमएलडी) और ट्यूबवेल से 2.08 एमएलडी प्राप्त करती है।’’
कार्ययोजना के तहत नगर निकाय ने बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने जल टैंकरों के बेड़े को बढ़ाने का निर्णय लिया है और नगर पालिका आठ अतिरिक्त टैंकर किराये पर लेगी तथा 12 नए सीएनजी चालित जल टैंकर खरीदेगी, जिनमें से छह 17 किलोलीटर (केएलडी) क्षमता वाले तथा छह टैंकर नौ केएलडी क्षमता के होंगे।
बयान के मुताबिक एनडीएमसी क्षेत्र में 24 भूमिगत जलाशयों (यूजीआर) और बूस्टिंग स्टेशनों की मरम्मत और रखरखाव करके भंडारण और वितरण दक्षता में सुधार करने के प्रयास भी किए गए हैं। प्रमुख जलाशयों में कालीबाड़ी नियंत्रण कक्ष, जोर बाग यूजीआर और विनय मार्ग यूजीआर शामिल हैं।
बयान के मुताबिक, ‘‘गोल मार्केट, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, मंदिर मार्ग और क्नॉट प्लेस जैसे जल संकट वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राष्ट्रपति भवन और संसद भवन के लिए 24 घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित की गई है, जबकि जरूरत पड़ने पर आपातकालीन टैंकर की सेवा भी उपलब्ध रहेगी।’’
भाषा धीरज