सबरीमला श्रद्धालुओं के लिए दर्शन मार्ग में परिवर्तन
अमित प्रशांत
- 10 Mar 2025, 07:08 PM
- Updated: 07:08 PM
तिरुवनंतपुरम, 10 मार्च (भाषा) सबरीमला श्रद्धालुओं की लंबे समय से लंबित मांग पर विचार करते हुए, त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने सबरीमला में 'दर्शन' मार्ग को बदलने का फैसला किया है, जिससे श्रद्धालु सन्निधानम में पवित्र 18 सीढ़ियां चढ़ने पर सीधे दर्शन प्राप्त कर सकेंगे।
टीडीबी के अध्यक्ष पी.एस. प्रशांत ने घोषणा की कि यह परिवर्तन मासिक पूजा के दौरान 15 मार्च से परीक्षण के आधार पर लागू किया जाएगा और विशु पूजा के दौरान 12 दिनों तक जारी रहेगा।
प्रशांत ने कहा, ‘‘यदि यह सफल रहा तो अगले मंडलम-मकरविलक्कु के दौरान यह परिवर्तन स्थायी कर दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि बोर्ड को श्रद्धालुओं की ओर से हजारों पत्रों सहित अनेक अनुरोध प्राप्त हुए हैं, जिनमें 18 पवित्र सीढ़ियों पर चढ़ने के बाद बेहतर दर्शन अनुभव की सुविधा के लिए मार्ग में संशोधन का आग्रह किया गया है।
प्रशांत ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया, ‘‘वर्तमान में, पवित्र सीढ़ियां चढ़ने वाले श्रद्धालुओं को एक पुल की ओर निर्देशित किया जाता है, जहां वे दर्शन के लिए दूसरी ओर जाने से पहले कतार में प्रतीक्षा करते हैं। इस व्यवस्था के कारण उन्हें दर्शन के लिए मुश्किल से पांच सेकंड का समय मिलता है और सबरीमला आने वाले लाखों श्रद्धालुओं में से लगभग 80 प्रतिशत को संतोषजनक अनुभव नहीं मिल पाता है।’’
मंदिर तंत्री से अनुमति प्राप्त करने और हितधारकों के साथ विस्तृत चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया गया। प्रशांत ने कहा, ‘‘नयी व्यवस्था के तहत प्रत्येक श्रद्धालु को दर्शन के लिए लगभग 20 से 25 सेकंड का समय मिलेगा।’’
मंदिर के विकास में अयप्पा श्रद्धालुओं को शामिल करने के लिए, बोर्ड पंबा में एक वैश्विक अयप्पा श्रद्धालु सम्मेलन भी आयोजित करेगा।
प्रशांत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बोर्ड के पास सबरीमला में विकास परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धन का अभाव है और यह बैठक श्रद्धालुओं को योगदान करने का अवसर प्रदान करेगी।
इसके अतिरिक्त, प्रशांत ने घोषणा की कि तमिलनाडु के जीआरटी ज्वेलर्स और केरल के कल्याण ज्वेलर्स ने भगवान अयप्पा की छवि के साथ उत्कीर्ण सोने के पेंडेंट प्रदान करने के लिए निविदा प्रात की है। उन्होंने बताया कि ये पेंडेंट 1 ग्राम, 2 ग्राम, 4 ग्राम और 8 ग्राम के आकार में उपलब्ध होंगे और 14 अप्रैल को 'विशुक्कैनीट्टम' के रूप में वितरित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, "जो श्रद्धालु इन पेंडेंट को खरीदना चाहते हैं, वे 1 अप्रैल से वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।"
त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड ने मंदिर के चढ़ावे की दरों में 30 प्रतिशत की वृद्धि करने का भी निर्णय लिया है। प्रशांत ने कहा कि दरों को अंतिम बार 2016 में संशोधित किया गया था, हालांकि बोर्ड को उच्च न्यायालय द्वारा हर पांच साल में उन्हें संशोधित करने के लिए अधिकृत किया गया है।
भाषा
अमित