अपराध की साजिशें जेलों के भीतर रची जाती हैं: झारखंड डीजीपी
अमित नरेश
- 10 Mar 2025, 06:13 PM
- Updated: 06:13 PM
रांची, 10 मार्च (भाषा) झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने सोमवार को कहा कि ज्यादातर अपराधों की साजिशें जेलों के अंदर रची जाती हैं और उसे आपराधिक गिरोहों की मदद से अंजाम दिया जाता है।
गुप्ता की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों ने ‘‘बिगड़ती कानून व्यवस्था’’ को लेकर राज्य विधानसभा में हंगामा किया, जिसके कारण प्रश्नकाल नहीं चल सका।
गुप्ता ने कहा कि संगठित आपराधिक गिरोहों पर नकेल कसने के लिए झारखंड आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को लगाया गया है और राज्य भर की जेलों में छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने राज्य विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘अधिकांश अपराधों की साजिशें झारखंड की जेलों के अंदर रची जा रही हैं और आपराधिक गिरोहों की मदद से उन्हें अंजाम दिया जा रहा है। मैंने पुलिस अधीक्षक (एसपी) और एटीएस को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 111 के तहत संगठित अपराधों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।’’
उन्होंने कहा कि जेलों के अंदर ऐसी गतिविधियों को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं और लगातार छापेमारी की जा रही है।
डीजीपी ने कहा, ‘‘कल सिमडेगा जेल में और आज हजारीबाग जेल में छापेमारी की गई।’’ उन्होंने कहा कि तीन गैंगस्टर - विकास तिवारी, अमन श्रीवास्तव और अमन साओ - जेल के अंदर से अपनी गतिविधियों संचालित कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि रविवार को अमन साव गिरोह के 30 सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उन्हें जल्द ही जेल भेजा जाएगा।
एनटीपीसी के एक अधिकारी की हत्या के मामले पर डीजीपी ने कहा कि एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है और हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है।
उन्होंने कहा, ‘‘दो बड़ी घटनाएं हुई हैं- रांची में गोलीबारी की एक घटना और हजारीबाग में एनटीपीसी के उप महाप्रबंधक की हत्या। रांची मामले में सभी अपराधियों की पहचान कर ली गई है और उनका पता लगा लिया गया है। हमें उम्मीद है कि दो. तीन दिनों के भीतर उन्हें पकड़ लिया जाएगा।’’
डीजीपी ने कहा,‘‘ हालांकि, हजारीबाग मामले में, हमें अभी भी हत्या के पीछे के कारण के बारे में स्पष्टता नहीं है। एक एसआईटी का गठन किया गया है और हम जांच कर रहे हैं। अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।’’ एनटीपीसी के केरेडारी कोयला खदान में उप महाप्रबंधक (डिस्पैच) के पद पर तैनात कुमार गौरव (40) की शनिवार को मोटरसाइकिल सवार दो अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय वे हजारीबाग शहर में अपने आवास से कोयला खदान जा रहे थे। हजारीबाग पुलिस ने अब तक आठ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
भाषा अमित