भाकपा(एम) नेता पद्मकुमार ने राज्य समिति से बाहर किए जाने पर नाराजगी जताई
राखी माधव
- 10 Mar 2025, 12:51 PM
- Updated: 12:51 PM
पठानमथिट्टा (केरल), 10 मार्च (भाषा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वरिष्ठ नेता ए पद्मकुमार ने पार्टी की राज्य समिति में शामिल नहीं किये जाने पर अपने सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, "धोखा, विश्वासघात, अपमान, 52 वर्षों की कीमत। लाल सलाम।"
कोल्लम में रविवार को संपन्न हुए माकपा राज्य सम्मेलन में उन्हें जगह नहीं मिली जिससे नाराज होकर उन्होंने यह पोस्ट लिखी। हालांकि, जब यह पोस्ट विवाद का कारण बना तो उन्होंने इसे हटा लिया।
पठानमथिट्टा जिले के प्रभावशाली माकपा नेता पद्मकुमार ने कहा कि उनके 52 साल के अनुभव के बावजूद उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया, जबकि राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को सम्मेलन में जगह दी गई जो केवल नौ साल से पार्टी में है।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "उनके नौ साल मेरे 52 सालों से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। वह मुझसे ज्यादा काबिल हैं। यही इस फैसले का कारण रहा होगा। इसके अलावा कोई और वजह नहीं हो सकती।"
पद्मकुमार पूर्व विधायक और त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य समिति के चयन में पुराने संघर्षों और संगठन में योगदान को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए था।
जब उनकी नाराजगी मीडिया में सुर्खियां बनी तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने उन्हें अपने दल में शामिल करने की कोशिश की। हालांकि, उन्होंने इन प्रस्तावों को ठुकरा दिया और स्पष्ट किया, "मेरा माकपा छोड़ने का कोई इरादा नहीं है। मैं सिर्फ पार्टी के अंदरूनी मामलों को लेकर अपनी मानसिक पीड़ा व्यक्त कर रहा हूं।"
पद्मकुमार ने बताया कि पठानमथिट्टा जिले से वरिष्ठ नेता के पी उदयभानु और राजू अब्राहम को राज्य समिति में शामिल किया गया है और उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है।
उन्होंने कहा, "लेकिन वीना जॉर्ज कभी संगठन में सक्रिय नहीं रही हैं। हम ही थे, जिन्होंने उन्हें उम्मीदवार के रूप में पहचाना और आगे बढ़ाया। वह दो बार विधायक बनीं और जल्दी ही मंत्री पद तक पहुंच गईं। वह एक सक्षम महिला हैं। लेकिन जब कोई सिर्फ संसदीय प्रदर्शन के आधार पर भाकपा (एम) के शीर्ष पदों पर पहुंच जाता है, तो स्वाभाविक रूप से अलग-अलग राय सामने आएंगी। किसी को इस पर बोलना था और मैंने बोल दिया।"
उनकी यह सार्वजनिक टिप्पणी पार्टी के भीतर नाराजगी का कारण बनी है। माकपा पठानमथिट्टा जिला सचिव राजू अब्राहम ने कहा कि पार्टी इस मामले की समीक्षा करेगी।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) 24वें राज्य सम्मेलन में एम वी गोविंदन को पार्टी का राज्य सचिव चुना गया और 89 सदस्यीय राज्य समिति का गठन किया गया जिसमें 17 नए लोगों को जगह दी गई।
भाषा राखी