एनएचआरसी जांच के बीच 1,000 नेपाली छात्र केआईआईटी विश्वविद्यालय लौटे
राखी पवनेश
- 08 Mar 2025, 05:16 PM
- Updated: 05:16 PM
भुवनेश्वर, आठ मार्च (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) और ओडिशा पुलिस द्वारा केआईआईटी परिसर में एक नेपाली छात्रा की कथित आत्महत्या की जांच के बीच, विश्वविद्यालय ने दावा किया है कि 16 फरवरी को हुए विरोध के बाद परिसर छोड़ने वाले 1,100 में से 1,000 नेपाली छात्र वापस आ गए हैं।
निजी विश्वविद्यालय ने छात्रों की वापसी का यह दावा शुक्रवार को तब किया जब इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री ने सदन में जवाब दिया। ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय में उचित शैक्षणिक माहौल बनाए रखने के लिए एक समिति का गठन किया है।
केआईआईटी ने एक बयान में कहा, "कुल 1,100 में से एक हजार नेपाली छात्र अपने अकादमिक कार्यों को फिर से शुरू करने के लिए लौट आए हैं, जबकि शेष 100 भी जल्द ही वापस आ जाएंगे।"
विश्वविद्यालय ने यह भी कहा कि छात्रों की वापसी इस संस्थान और इसके अंतरराष्ट्रीय छात्रों, खासतौर से नेपाल से आए छात्रों के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाती है।
विश्वविद्यालय के छात्रावास के कमरे में नेपाली छात्रा प्रकृति लाम्साल (20 वर्ष) की 16 फरवरी को कथित आत्महत्या के बाद अन्य नेपाली छात्रों ने न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान केआईआईटी कर्मचारियों ने कथित तौर पर नेपाली छात्रों को जबरन परिसर से बाहर किया और अभद्र भाषा का प्रयोग कर उनके साथ मारपीट भी की।
इस घटना को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने भी चिंता व्यक्त की थी। बाद में, विश्वविद्यालय ने माफी मांगते हुए छात्रों से परिसर में लौटने का अनुरोध किया था।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने परिसर में लौटे नेपाली छात्रों को पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया। राज्य सरकार ने छात्रों की वापसी के लिए हेल्पडेस्क बनाया और अंतरराष्ट्रीय छात्र सुविधा प्रकोष्ठ शुरू किया जिससे सभी विश्वविद्यालयों में विदेशी छात्रों की सहायता हो सके।
एक बयान में विश्वविद्यालय ने छात्रों की वापसी के लिए केंद्र सरकार, विदेश मंत्रालय, ओडिशा सरकार, नेपाल सरकार और नयी दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास के प्रति आभार व्यक्त किया।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ समन्वय में केआईआईटी ने सामान्य स्थिति बहाल करने तथा सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं।
विश्वविद्यालय ने कहा कि इन प्रयासों से नेपाली छात्र "नए विश्वास" के साथ परिसर में वापस लौटे हैं।
इसमें कहा गया है, "विश्वविद्यालय ने अपने सभी छात्रों के लिए समावेशी, सुरक्षित और शैक्षणिक रूप से समृद्ध वातावरण बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।"
एनएचआरसी के निर्देशानुसार, उनकी टीम छात्रा की मौत और केआईआईटी कर्मचारियों द्वारा कथित तौर पर नेपाली छात्रों को परेशान करने की घटना की जांच कर रही है।
आयोग ने टीम को 10 मार्च तक अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने को कहा है।
ओडिशा पुलिस और एनएचआरसी के अलावा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य सरकार की उच्च स्तरीय समिति भी केआईआईटी की घटना की जांच कर रही है।
इस बीच पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एक इंजीनियरिंग छात्र सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
भाषा
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