कर्नाटक में तीन विधानसभा सीट पर उपचुनाव में डेढ़ बजे तक 45 प्रतिशत मतदान
सुभाष मनीषा
- 13 Nov 2024, 03:23 PM
- Updated: 03:23 PM
बेंगलुरु, 13 नवंबर (भाषा) कर्नाटक में तीन विधानसभा सीट पर उपचुनाव में अपराह्न डेढ़ बजे तक करीब 45.02 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शिग्गांव, सेंडुर और चन्नापटना निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 770 मतदान केंद्रों पर सात लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए पात्र हैं। इन सीट पर कुल 45 उम्मीदवार हैं।
चन्नपटण में 48.15 प्रतिशत, शिग्गांव में 43.5 और सेंडुर में 43.46 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और यह शाम छह बजे तक जारी रहेगा।
सेंडुर, शिग्गांव और चन्नपटण निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले क्रमश: कांग्रेस के ई. तुकाराम, भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी के मई में लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इन सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी।
चन्नपटण से 31 उम्मीदवार, जबकि सेंडुर से छह और शिग्गांव से छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
माना जा रहा है कि उपचुनाव में सेंडुर और शिग्गांव में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला है जबकि चन्नपटण में जनता दल (सेक्युलर) का कांग्रेस से सीधा मुकाबला है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मैसुरु में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम (कांग्रेस) तीनों सीट जीतेंगे, मैंने तीनों क्षेत्रों में प्रचार किया है। लोगों की प्रतिक्रिया को देखते हुए मुझे विश्वास है कि हम तीनों सीट पर जीत हासिल करेंगे।’’
चन्नपटण में मुकाबला सी पी योगीश्वर और अभिनेता से नेता बने निखिल कुमारस्वामी के बीच है। योगीश्वर इस निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार के विधायक और पूर्व मंत्री हैं, जो हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वहीं, निखिल कुमारस्वामी, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पोते हैं।
बसवराज बोम्मई के बेटे भाजपा के भरत बोम्मई, कांग्रेस के यासिर अहमद खान पठान के खिलाफ शिग्गांव में उपचुनाव लड़ रहे हैं, जिन्हें 2023 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री से शिकस्त मिली थी।
सेंडुर में, बेल्लारी के सांसद तुकाराम की पत्नी और कांग्रेस की ई. अन्नपूर्णा अपने पति द्वारा रिक्त की गई सीट से उपचुनाव लड़ रही हैं। उनका मुकाबला भाजपा के राज्य अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष बंगारू हनुमंतु से है।
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