सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बने रहेंगे : कर्नाटक के वरिष्ठ मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा
अविनाश मनीषा
- 08 Oct 2024, 05:28 PM
- Updated: 05:28 PM
मैसुरु, आठ अक्टूबर (भाषा) कर्नाटक के वरिष्ठ मंत्री सतीश जारकीहोली ने मंगलवार को कहा कि सिद्धरमैया राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने उनके तथा पार्टी के अन्य नेताओं के साथ इस बारे में कोई चर्चा नहीं की है कि उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार को भविष्य में सिद्धरमैया की जगह नियुक्त किया जा सकता है या नहीं।
जारकीहोली यहां संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। सिद्धरमैया के खिलाफ एमयूडीए मामले में आरोपों के बाद विपक्ष द्वारा उनके इस्तीफे की मांग के बीच जारकीहोली कांग्रेस के भीतर पर्दे के पीछे की राजनीतिक गतिविधियों में सबसे आगे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व ही इस सवाल का जवाब दे सकता है कि क्या सिद्धरमैया पांच साल की पूरी अवधि के लिए पद पर बने रहेंगे।
लोक निर्माण मंत्री जारकीहोली उत्तरी कर्नाटक में अनुसूचित जनजाति समुदाय के प्रभावशाली नेता हैं। उन्होंने कहा, "मैं केवल इतना कह सकता हूं कि वह पद पर रहेंगे। सिद्धरमैया मुख्यमंत्री के रूप में रहेंगे। वह तीन साल या पांच साल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे, यह सवाल मेरे स्तर का नहीं है। मैं केवल यह कह सकता हूं कि सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बने रहेंगे और हम उनके साथ हैं।"
नेतृत्व परिवर्तन की स्थिति में राज्य कांग्रेस प्रमुख शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर, उन्होंने कहा: "आलाकमान ने डी के शिवकुमार (मुख्यमंत्री बनाए जाने) के बारे में हमसे चर्चा नहीं की है...आप उनसे पूछें। मैं इतना ही कह सकता हूं कि सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बने रहेंगे।"
पिछले साल मई में विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा होने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी लेकिन कांग्रेस शिवकुमार को मनाने में कामयाब रही और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया।
इस बीच, कांग्रेस के भीतर के "घटनाक्रम" पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता आर अशोक ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए "होड़" मची रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की जगह लेने के लिए मंत्रियों के बीच "नाश्ते और रात के खाने पर बैठकें" हो रही हैं।
भाजपा नेता ने कहा, "...पता नहीं, सरकार कब तक चलेगी। कांग्रेस के भीतर ऐसी अफवाहें हैं कि मुख्यमंत्री 10-15 दिनों में इस्तीफा दे सकते हैं, इसलिए नेता (मुख्यमंत्री पद के लिए) अपने समर्थन में विधायकों की गिनती कर रहे हैं।"
भाषा अविनाश