जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख कर्रा ने सेंट्रल शाल्टेंग से नामांकन भरा
खारी मनीषा
- 05 Sep 2024, 01:41 PM
- Updated: 01:41 PM
(तस्वीर सहित)
श्रीनगर, पांच सितंबर (भाषा) कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने बृहस्पतिवार को सेंट्रल शाल्टेंग विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया।
कर्रा ने लोगों से सोच-समझ कर मतदान करने का आग्रह किया और कहा कि यह केवल 10 साल बाद होने वाला चुनाव नहीं है, बल्कि ‘‘अगले 100 वर्षों के लिए जम्मू-कश्मीर के भाग्य को आकार देने का जीवन में एक बार मिलने वाला मौका है’’।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री कर्रा (69) ने चुनावों के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन का बचाव करते हुए कहा कि गठबंधन ‘‘तानाशाही’’ के खिलाफ लड़ने और ‘‘जो हमारा अधिकार है उसे वापस पाने’’ के लिए किया गया है।
केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में मतदान होना है और दूसरे चरण के तहत नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए बृहस्पतिवार आखिरी दिन है।
सेंट्रल शाल्टेंग में दूसरे चरण के तहत 25 सितंबर को मतदान होना है। वहीं पहले चरण का मतदान 18 सितंबर और तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा।
उत्साही समर्थकों के नारों के बीच कर्रा ने निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया।
कर्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह केवल मेरा नामांकन नहीं है, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व है। राज्य के लोग लोकतंत्र और न्याय के लिए तरसते रहे हैं।’’
कर्रा पहले पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) में थे लेकिन 2016 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी। लोकसभा और पीडीपी की मूल सदस्यता से इस्तीफा देने के कुछ महीनों बाद वह 2017 में कांग्रेस में शामिल हो गए। वह जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन के कटु आलोचक रहे हैं।
उन्होंने 2014 के आम चुनावों में श्रीनगर लोकसभा सीट जीती थी और नेकां अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को पहली बार चुनावी हार का मुंह देखना पड़ा।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस विधानसभा की कुल 90 सीटों के लिए हुए सीट बंटवारे के तहत क्रमश: 51 और 32 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।
इसके अतिरिक्त, माकपा और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) को एक-एक सीट आवंटित की गई है, जबकि दोनों पार्टियां पांच सीटों पर ‘दोस्ताना मुकाबला’ कर रही हैं।
मतदाताओं से इस चुनाव में समझदारी से मतदान करने का आग्रह करते हुए कर्रा ने कहा, ‘‘इस चुनाव को जम्मू-कश्मीर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ बनाएं। आइए, हम सब मिलकर एक उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ें।’’
कर्रा ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर का भविष्य आपके हाथों में है; समझदारी से मतदान करें, क्योंकि आपका यह फैसला हमारी प्यारी मातृभूमि का अगले 100 वर्षों का भविष्य तय करेगा।’’
विधानसभा चुनाव लड़ रहे कई निर्दलीय उम्मीदवारों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कर्रा ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवारों को ‘‘वोट बांटने लिए’’ मैदान में उतारा जा रहा है।
भाजपा नेता राम माधव के इस आरोप पर कि आतंकवादी घाटी में नेकां और पीडीपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं, कर्रा ने कहा कि माधव को यह पता होना चाहिए कि ‘‘वे कौन लोग हैं जिन्हें भाजपा ने यहां काम पर लगाया है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘शायद उनके पास इस बारे में ज्यादा जानकारी और अनुभव है।’’
केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह के इस बयान पर कि नेकां-कांग्रेस गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सौहार्द बिगाड़ने के लिए हुआ है, कर्रा ने कहा कि भाजपा इस गठबंधन से घबरा गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘वे भी तो देशभर में गठबंधन करते हैं, इस गठबंधन से उन्हें परेशानी क्यों है? शायद उन्हें अपने पिछले दस सालों के सपने टूटते नजर आ रहे हैं।’’
भाषा
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