प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे, हुआ औपचारिक स्वागत
भाष नोमान मनीषा
- 11 Mar 2025, 10:03 AM
- Updated: 10:03 AM
पोर्ट लुईस, 11 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मंगलवार को मॉरीशस पहुंचने पर औपचारिक स्वागत किया गया, जहां वह द्वीपीय देश के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “ मॉरीशस पहुंच गया हूं। मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का आभारी हूं, जिन्होंने हवाई अड्डे पर मेरा विशेष स्वागत किया। यह यात्रा एक मूल्यवान मित्र से मिलने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशने का एक शानदार अवसर है।”
उन्होंने पोस्ट में कहा, "आज मैं राष्ट्रपति धरम गोखूल, प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात करूंगा और शाम को एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करूंगा।"
सर शिवसागर रामगुलाम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने माला पहनाकर मोदी का स्वागत किया।
रामगुलाम के साथ उप प्रधानमंत्री, मॉरीशस के प्रधान न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री, कैबिनेट सचिव, ग्रैंड पोर्ट जिला परिषद के अध्यक्ष और कई अन्य लोग मौजूद थे।
मोदी का स्वागत करने के लिए कुल 200 गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की यह यात्रा मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम के निमंत्रण पर हो रही है। यात्रा के दौरान दोनों देश दक्षता विकास, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।
मॉरीशस रवाना होने से पहले मोदी ने सोमवार को कहा था कि उनकी यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में एक "नया और उज्ज्वल" अध्याय जोड़ेगी।
मोदी मॉरीशस के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे, प्रधानमंत्री के साथ बैठक करेंगे तथा द्वीपीय राष्ट्र के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों और राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे।
वह भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे तथा सिविल सेवा कॉलेज और क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन करेंगे, जिनका निर्माण भारत की अनुदान सहायता से किया गया है।
मॉरीशस रवाना होने से पहले एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मॉरीशस के नेतृत्व के साथ "सभी पहलुओं में हमारी साझेदारी को बढ़ाने तथा हमारे लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए हमारी स्थायी मित्रता को मजबूत करने" के लिए उत्सुक हैं।
भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी, भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत और भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा ‘स्काईडाइविंग टीम’ (मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस) समारोह में भाग लेगी।
मोदी ने कहा, ‘‘हिंद महासागर में मॉरीशस एक करीबी समुद्री पड़ोसी, एक प्रमुख साझेदार और अफ्रीकी महाद्वीप का प्रवेश द्वार है। हम इतिहास, भूगोल और संस्कृति से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गहरा आपसी विश्वास, लोकतंत्र के मूल्यों में साझा विश्वास और अपनी विविधता पर गर्व हमारी ताकत है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच घनिष्ठ एवं ऐतिहासिक संबंध साझा गौरव का स्रोत है।
मोदी ने आखिरी बार 2015 में मॉरीशस का दौरा किया था।
भारत मॉरीशस के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है। मॉरीशस पूर्व में ब्रिटिश और फ्रांसीसी उपनिवेश था और इसे 1968 में स्वतंत्रता मिली थी।
विशेष संबंधों का एक प्रमुख कारण यह तथ्य है कि इस द्वीपीय देश की 12 लाख की जनसंख्या में लगभग 70 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं।
प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले भारत ने शनिवार को कहा कि वह हिंद महासागर में चागोस द्वीप समूह को लेकर ब्रिटेन के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते पर पहुंचने के मॉरीशस के प्रयासों का समर्थन करता है।
उम्मीद है कि यह मुद्दा मोदी की मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम के साथ बातचीत में उठेगा।
पिछले साल अक्टूबर में ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक समझौते के तहत आधी सदी से भी अधिक समय के बाद चागोस द्वीप समूह की संप्रभुता मॉरीशस को सौंपने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
भाष नोमान