भूटान नरेश, प्रधानमंत्री और शीर्ष मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया
धीरज नेत्रपाल
- 12 Nov 2025, 09:20 PM
- Updated: 09:20 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और उनके पूरे मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हिमालयी राष्ट्र की उनकी यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर गर्मजोशी से स्वागत किया। अधिकारियों ने इसे स्थायी मित्रता का प्रतीक करार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को भूटान की अपनी दो दिवसीय यात्रा संपन्न की। इस दौरान उन्होंने भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मदिन समारोह में हिस्सा लिया, भारतीय सहायता से निर्मित 1,020 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया और वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव में भाग लिया।
अधिकारियों ने बताया कि मंत्रियों, सचिवों और ‘प्रिवी काउंसिल’ के सदस्यों सहित करीब 30 वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों ने समारोह में हिस्सा लिया, जो भारत-भूटान साझेदारी की उल्लेखनीय गर्मजोशी, सम्मान और स्थायी प्रगाढ़ता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी का मंगलवार को पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके भूटानी समकक्ष शेरिंग तोबगे तथा सरकार के वरिष्ठ सदस्यों ने स्वागत किया।
अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और भारत में भूटान के राजदूत सहित छह मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत किया।
उन्होंने बताया कि भूटानी संस्कृति में शुभ स्वागत के प्रतीक के रूप में एक पारंपरिक ‘ग्रैंड चिपड्रेल’ जुलूस से प्रधानमंत्री मोदी का विमान से उतरने पर स्वागत किया गया। जुलूस का नेतृत्व स्वास्थ्य मंत्री, प्रिवी काउंसिल के उपाध्यक्ष और शिक्षा सचिव ने किया।
अधिकारियों ने कहा कि भूटान के मंत्रिमंडल के सदस्य, वरिष्ठ नौकरशाह और राजनयिक तथा संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रमुख स्वागत समारोह में शामिल हुए, जिससे इस अवसर की भव्यता रेखांकित होती है।
प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक ताशिछोजोंग पैलेस में स्वागत भूटान नरेश ने किया। राजा के शाही चेम्बरलेन (वरिष्ठ शाही अधिकारी) ने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री को सभा कक्ष तक पहुंचाया।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी प्रांगण में पुना-द्वितीय जलविद्युत परियोजना के उद्घाटन तथा महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर के लिए ऊर्जा एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि भूटान नरेश ने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श किया, जो भारत-भूटान संबंधों की विशेषता वाले असाधारण विश्वास और मैत्री को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव में हिस्सा लिया, जहां शाही सरकार के पांच वरिष्ठ मंत्रियों और सचिवों ने उनका स्वागत किया।
होटल में औपचारिक विदाई समारोह का नेतृत्व स्वास्थ्य मंत्री, प्रिवी काउंसिल के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ सचिवों ने किया।
प्रधानमंत्री मोदी को विदा करने के लिए पारो हवाई अड्डे पर भूटान नरेश, प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और भारत में उनके राजदूत व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हुए।
भाषा धीरज