केंद्र सरकार ने लाल किले के पास हुए विस्फोट को ‘आतंकवादी घटना’ बताया
धीरज प्रशांत
- 12 Nov 2025, 09:23 PM
- Updated: 09:23 PM
नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के नजदीक इस सप्ताह की शुरुआत में हुए कार विस्फोट को बुधवार को एक ‘‘आतंकवादी घटना’’ करार दिया।
सरकार ने इसी के साथ जांच एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे इस मामले की जांच ‘‘अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके’’ से करें ताकि अपराधियों और उनके प्रायोजकों को बिना किसी देरी के न्याय के शिकंजे में लाया जा सके।
भूटान से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता दोहरायी गई।
मंत्रिमंडल ने आतंकवाद की इस घटना में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा। उसने आतंकवाद की घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया और कहा कि स्थिति पर सरकार के उच्चतम स्तर पर ‘‘कड़ी नजर’’ रखी जा रही है।
भूटान की दो दिवसीय यात्रा से लौटने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री घायलों से मिलने लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल गए। उन्होंने सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति की एक बैठक की अध्यक्षता भी की।
यह बैठक लाल किले के नजदीक विस्फोटकों से लदी एक कार में हुए विस्फोट के दो दिन बाद हुई। इस धमाके में 12 लोग मारे गए थे।
यह घटना एक अंतरराज्यीय ‘‘सफेदपोश’’ आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए तीन चिकित्सकों समेत आठ लोगों की गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद हुई।
मंत्रिमंडल में पारित प्रस्ताव में कहा, ‘‘मंत्रिमंडल निर्देश देता है कि घटना की जांच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से की जाए ताकि अपराधियों, उनके सहयोगियों और उनके प्रायोजकों की पहचान की जा सके और उन्हें बिना किसी देरी के न्याय के शिकंजे में लाया जा सके। स्थिति पर सरकार के उच्चतम स्तर पर कड़ी नजर रखी जा रही है।’’
कार विस्फोट को ‘‘हिंसा का असंवेदनशील कृत्य’’ बताते हुए, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस नृशंस और कायरतापूर्ण कृत्य की निंदा की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की।
इसमें सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना की गई तथा उनकी देखभाल और सहायता करने वाले चिकित्सा कर्मियों और आपातकालीन कर्मियों के त्वरित प्रयासों की सराहना की गई।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा, ‘‘मंत्रिमंडल ने दुनिया भर की कई सरकारों की एकजुटता और समर्थन के बयानों के लिए भी अभार व्यक्त किया।’’
मंत्रिमंडल ने अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों और नागरिकों की समय पर और समन्वित प्रतिक्रिया की भी सराहना की, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में साहस और करुणा के साथ काम किया।
इसमें कहा गया, ‘‘उनका समर्पण और कर्तव्य भावना अत्यंत सराहनीय है।’’
मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रत्येक नागरिक की रक्षा के प्रति अपनी स्थायी प्रतिबद्धता के अनुरूप, सभी भारतीयों के जीवन और कल्याण की रक्षा करने के सरकार के दृढ़ संकल्प को भी दोहराया।
भाषा धीरज