नुआपाड़ा उपचुनाव: ओडिशा के सीईओ ने बीजद के ईवीएम बदले जाने के आरोपों को खारिज किया
सुरभि माधव
- 10 Nov 2025, 04:54 PM
- Updated: 04:54 PM
भुवनेश्वर, 10 नवंबर (भाषा) ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आर. एस. गोपालन ने सोमवार को विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) के इस आरोप को खारिज कर दिया कि नौ नवंबर को गंजाम विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से भरा एक ट्रक चोरी छिपे इस जिले से नुआपाड़ा ले जाया गया था।
गोपालन ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सीईओ कार्यालय को गंजम से नुआपाड़ा ईवीएम ले जाए जाने के संबंध में एक शिकायत मिली है।
सीईओ ने कहा, ‘‘यह आरोप पूरी तरह से निराधार और असंभव है। हमने गंजम स्थित ईवीएम गोदामों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की है और वहां ऐसी कोई गतिविधि नहीं हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नुआपाड़ा जिले से न तो कहीं से कोई ईवीएम लाई गई है और न ही बाहर भेजी गई है।’’
गोपालन ने कहा कि प्रत्येक जिले का अपना ईवीएम गोदाम है, जो पुलिस और सीसीटीवी निगरानी के माध्यम से सुरक्षित है। नुआपाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम केवल जिले के गोदाम में रखी गई ईवीएम से ही ली गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नुआपाड़ा के जिलाधिकारी द्वारा गंजम से ईवीएम लाए जाने का आरोप पूरी तरह से गलत है। हमारे पास इस्तेमाल की गई सभी ईवीएम की सूची भी है, यहां तक कि मतदाताओं को प्रशिक्षण देने और उनमें जागरूकता पैदा करने के लिए भी इस्तेमाल ईवीएम भी हमारे पास है। मतदाताओं को ऐसे आरोपों और टेलीविजन चैनलों पर आने वाली खबरों पर विश्वास नहीं करना चाहिए।’’
गोपालन ने कहा कि गंजम जिले के गोदाम पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी ईवीएम को कहीं लाया ले जाया गया नहीं गया है। उन्होंने कहा कि गोदाम हर तीन महीने में निरीक्षण के लिए खोले जाते हैं लेकिन इस महीने उन्हें खोला भी नहीं गया है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘जब हम गोदाम खोलते हैं तो पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाती है और सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में इसे अंजाम दिया जाता है। उन्हें सभी ईवीएम के सीरियल नंबर वाली एक कॉपी दी जाती है।’’
हालांकि बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने संवाददाता सम्मेलन में सीईओ के दावों को खारिज कर दिया।
सीईओ के सीसीटीवी फुटेज वाले दावे के बारे में पूछे जाने पर बीजद नेता ने कहा, ‘‘हमने देखा है कि राज्य में सीसीटीवी कैसे काम कर रहे हैं। जब बेरहामपुर में एक वरिष्ठ वकील की हत्या हुई तो कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं था। इसी तरह जब पुरी में रथ यात्रा के दौरान भगदड़ हुई तब भी कोई सीसीटीवी काम नहीं कर रहे थे। इन दोनों घटनाओं से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि गंजम ईवीएम गोदामों में सीसीटीवी पर कोई कैसे भरोसा कर सकता है।’’
बीजद ने नुआपाड़ा के जिलाधिकारी, एसपी और क्षेत्र के आईजीपी की गतिविधियों पर भी शिकायत दर्ज कराई।
भाषा सुरभि