जम्मू-कश्मीर: दो भाइयों की मौत के मामले की नेकां, पीडीपी ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की
राखी मनीषा
- 17 Mar 2025, 01:31 PM
- Updated: 01:31 PM
जम्मू, 17 मार्च (भाषा) जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सदस्यों ने सोमवार को विधानसभा में दो भाइयों की मौत का मुद्दा उठाया और इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की। ये दोनों भाई उन तीन लोगों में शामिल थे, जो पिछले महीने से लापता थे।
शौकत अहमद बजाद, उनके भाई रियाज अहमद बजाद और मुख्तार अहमद 13 फरवरी को कुलगाम जिले के अशमुजी में एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने निकले थे, लेकिन वे वहां नहीं पहुंचे और लापता हो गये। तीनों मजदूरी का काम करते थे।
कुलगाम जिले के वैशोव नाले से रविवार को शौकत अहमद बजाद का शव बरामद किया गया, जबकि उनके भाई रियाज अहमद का शव कुछ दिन पहले वहीं से मिला था।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही पीडीपी नेता वहीद पारा के नेतृत्व में पार्टी सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाया और निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इन दो आदिवासी युवकों की मौत से क्षेत्र में दहशत फैल गई है।
विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने प्रश्नकाल चलने देने की अपील की, लेकिन पीडीपी सदस्य अपनी मांग पर अड़े रहे।
सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के सदस्यों ने भी इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए पीडीपी का समर्थन किया।
नेकां के सदस्य पीरजादा फिरोज अहमद ने कहा कि लोगों के लापता होने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे आम जनता में भय का माहौल है।
नेकां सदस्यों ने कठुआ में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आने का दावा किया।
बाद में पार्टी के कुछ विधायक आसन के समक्ष आ गए और न केवल मौतों की जांच बल्कि स्थानीय पुलिस द्वारा एक महिला के साथ कथित दुर्व्यवहार की घटना की भी जांच की मांग करने लगे, जिससे सदन में हंगामा हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने हस्तक्षेप करते हुए महिला से कथित दुर्व्यवहार की खबरों का संज्ञान लिया और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से कार्रवाई सुनिश्चित करने की अपील की।
अध्यक्ष ने कहा, "मुख्यमंत्री यहां बैठे हैं। उन्होंने आपकी समस्या सुनी है। वह इस पर गौर करेंगे। वह कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।"
कुलगाम में रविवार रात को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर पुलिस से जांच शुरू करने और उन लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की जिन पर रियाज अहमद, शौकत अहमद और मुख्तार अहमद के परिजन ने उनकी हत्या के लिए संदेह जताया था।
भाषा राखी