भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख अन्नामलाई, पार्टी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया
अमित मोना
- 17 Mar 2025, 05:56 PM
- Updated: 05:56 PM
चेन्नई, 17 मार्च (भाषा) तमिलनाडु में शराब की खुदरा सरकारी दुकानों में कथित अनियमितताओं के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध प्रदर्शन से पहले सोमवार को पुलिस ने पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई, महिला शाखा की राष्ट्रीय प्रमुख वनथी श्रीनिवासन और पार्टी के वरिष्ठ नेता एच. राजा समेत कई पार्टी नेताओं को हिरासत में ले लिया।
भाजपा ने 1,000 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं के खिलाफ शहर में ‘तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन’ (टीएएसएमएसी) मुख्यालय पर धरना देने का ऐलान किया था। हाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस कथित घोटाले के बारे में दावा किया था।
भाजपा को सबसे अप्रत्याशित समर्थन मिला जब उसके कटु आलोचक एवं द्रमुक सहयोगी वीसीके ने शराबबंदी के दृष्टिकोण से विरोध का स्वागत किया।
अन्नामलाई ने तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और उसके अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ‘‘रुपये का चिह्ल और बजट का नाटक’’ हाल ही में टीएएसएमएसी और अन्य इकाइयों पर ईडी की छापेमारी से ध्यान हटाने का प्रयास है।
काली शर्ट पहने अन्नामलाई को पुलिस ने उनके समर्थकों के साथ उनके घर के पास से हिरासत में लिया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया कि पूर्व प्रदेश पार्टी प्रमुख एवं पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने ‘‘घर में नजरबंद’’ कर दिया है।
एच राजा, भाजपा महिला मोर्चा प्रमुख एवं कोयंबटूर दक्षिण से विधायक वनथी श्रीनिवासन, पार्टी विधायकों डॉ. सी. सरस्वती, एम आर गांधी, नैनार नागेंथ्रान और विनोज पी सेल्वम और अमर प्रसाद रेड्डी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में लिया गया।
अन्नामलाई ने कहा कि टीएएसएमएसी में ‘‘1000 करोड़ रुपये की अनियमितताएं’’ हुई हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी इस मामले पर विरोध जारी रखेगी।
मुख्यमंत्री स्टालिन पर निशाना साधते हुए अन्नामलाई ने कहा कि उनका ‘मानना’ है कि द्रमुक नेता किसी बात से ‘डर’ रहे हैं और इसलिए भाजपा की आवाज को ‘दबा’ रहे हैं।
उन्होंने हाल ही में बजट ‘लोगो’ के रूप में भारतीय रुपये के चिह्न को तमिल शब्द ‘रु’ से बदलने के बारे में कहा, ‘‘मेरा आरोप है कि उनका चिह्न बदलने का यह नाटक, बजट नाटक ईडी छापों से ध्यान हटाने के लिए था।’’
अन्नामलाई ने संवाददाताओं से कहा कि हालांकि ईडी ने टीएएसएमएसी में कथित 1,000 करोड़ रुपये की अनियमितताएं आंकी है, लेकिन उनका अनुमान है कि यह ‘‘लगभग 40,000 करोड़ रुपये’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह 1000 करोड़ रुपये तो बहुत छोटा हिस्सा है...यह विरोध न केवल तमिलनाडु की राजनीति को हिलाकर रख देगा बल्कि बेहतर राजनीति की शुरुआत का मार्ग प्रशस्त करेगा। मेरा अनुमान है कि यह (घोटाला) 40,000 करोड़ रुपये का होगा। लेकिन मैं एक जिम्मेदार पद पर हूं, इसलिए मैं ईडी द्वारा बताए गए 1,000 करोड़ रुपये का हवाला दे रहा हूं।’’
उन्होंने कहा कि जब ईडी अपनी ‘‘अंतिम रिपोर्ट’’ दाखिल करेगा, तो स्टालिन भी जांच के दायरे में हो सकते हैं।
अब रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े ‘घोटाले’ में ईडी द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता को निशाना बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी केवल अनियमितताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
ईडी ने पहले कहा था कि उसे टीएएसएमएसी के प्रबंधन में ‘‘कई अनियमितताएं’’ मिली हैं, जिसमें निविदा प्रक्रियाओं में ‘‘हेरफेर’’ और डिस्टिलरी कंपनियों के माध्यम से 1,000 करोड़ रुपये के ‘‘बेहिसाब’’ नकदी लेनदेन शामिल हैं।
संघीय एजेंसी ने दावा किया था कि छह मार्च को टीएएसएमएसी के कर्मचारियों, डिस्टिलरी के कॉर्पोरेट कार्यालयों और संयंत्रों पर छापेमारी के बाद उसे इन भ्रष्ट आचरणों का संकेत देने वाले 'सबूत' मिले थे।
उसने दावा किया था कि इसमें 'रिश्वत' शामिल थी।
इस बीच, विदुथलाई चिरुथैगल काची (वीसीके) संस्थापक एवं लोकसभा सदस्य टी. थिरुमावलवन ने भाजपा के आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया।
भाजपा के कट्टर आलोचक एवं द्रमुक सहयोगी ने हालांकि कहा कि उनकी पार्टी का रुख यह है कि राज्य में शराब नहीं होनी चाहिए और सभी दुकानें बंद होनी चाहिए, जो शराबबंदी का संकेत है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हो सकता है कि पुलिस की कार्रवाई (भाजपा नेताओं के खिलाफ) कानून और व्यवस्था के दृष्टिकोण से की गई हो। हम विरोध का स्वागत करते हैं...हमारा रुख यह है कि तमिलनाडु में शराब की दुकानें बंद होनी चाहिए और हम इसका समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति का स्वागत करेंगे।’’
उन्होंने हालांकि यह सवाल किया कि क्या भाजपा शासित राज्यों ने शराबबंदी लागू की है।
इस बीच, पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदास ने पुलिस कार्रवाई की आलोचना की। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में सवाल किया कि विरोध प्रदर्शन करने से पहले ही भाजपा नेताओं को क्यों हिरासत में लिया गया। उन्होंने सरकार को चुनौती दी कि ‘‘यदि द्रमुक के लोग भ्रष्टाचार में संलिप्त नहीं हैं’’ तो वह टीएएसएमएसी में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच का आदेश दे।
भाषा अमित