पीओके निवासियों को भारत का हिस्सा बनना चाहिए, हम उन्हें अपना मानते हैं : राजनाथ
धीरज सुरेश
- 08 Sep 2024, 07:15 PM
- Updated: 07:15 PM
(तस्वीरों के साथ)
जम्मू, आठ सितंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के निवासियों से भारत आने और उसका हिस्सा बनने के लिए कहा।
उन्होंने पीओके के निवासियों से कहा, ‘‘हम आपको अपना मानते हैं, जबकि पाकिस्तान आपको विदेशी मानता है।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी राकेश सिंह ठाकुर के समर्थन में रामबन विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति में बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने अनुच्छेद 370 को बहाल करने के चुनावी वादे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जब तक भाजपा है, यह असंभव है।
केंद्रीय मंत्री ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति में ‘‘बड़े बदलाव’’ का स्वागत किया और कहा कि युवाओं के पास अब पिस्तौल व रिवॉल्वर के बजाय लैपटॉप और कम्प्यूटर हैं।
उन्होंने कहा कि अब कोई भी श्रीनगर में लोगों पर गोलियां चलाने की हिम्मत नहीं करता।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार बनाने के लिए भाजपा का समर्थन करें, ताकि हम क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास ला सकें। इतना विकास होगा कि पीओके के लोग देखकर कहेंगे कि हमें पाकिस्तान में नहीं रहना है, हम भारत चले जाएंगे।’’
सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश में अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने हाल में एक हलफनामा दायर कर कहा कि पीओके एक विदेशी भूमि है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पीओके के निवासियों को बताना चाहता हूं कि पाकिस्तान आपको विदेशी मान रहा है, लेकिन भारत में लोग आपको ऐसा नहीं मानते हैं। हम आपको अपना मानते हैं, इसलिए आइए तथा हमारा हिस्सा बनिए।’’
रक्षा मंत्री भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहे हैं। इससे एक दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह ने दो दिवसीय दौरे के दौरान पार्टी का चुनाव घोषणापत्र जारी किया, वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ कई बैठकें कीं और कार्यकर्ताओं की रैली को भी संबोधित किया।
रामबन सीट पर भाजपा के ठाकुर का मुकाबला नेकां के अर्जुन सिंह राजू और पार्टी के बागी सूरज सिंह परिहार से है। पिछली बार भाजपा के नीलम कुमार लांगे ने यह सीट जीती थी, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और देश के लोग ही नहीं, बल्कि बाहर के लोग भी इसे देख रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ अगली सरकार बनाएगी।’’
सिंह ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को कुशल, मेहनती और समर्पित बताते हुए कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो जम्मू-कश्मीर देश में नंबर एक और आधुनिक राज्य के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह बात 2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद केंद्र सरकार के प्रदर्शन के आधार पर कह रहा हूं। अर्थव्यवस्था के मामले में भारत 11वें स्थान से पांचवें स्थान पर आ गया है।’’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘सरकार के सुचारू संचालन के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पद पर कुशल और मजबूत दिल वाले व्यक्ति की आवश्यकता होती है। वर्ष 2019 से पहले कश्मीर में आतंक का माहौल हुआ करता था...आज कोई भी पिस्तौल या रिवॉल्वर से गोली चलाने की हिम्मत नहीं कर सकता। यह एक मजबूत नेता के सत्ता में होने का परिणाम है।’’
सिंह ने कहा कि जब वह गृहमंत्री थे और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री थीं, तो उनकी एकमात्र चिंता तत्कालीन राज्य में सुरक्षा स्थिति को सामान्य बनाए रखने की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ हुर्रियत कांफ्रेंस से मिलने गया था, क्योंकि हम शांति बहाली के वास्ते उनसे बातचीत के लिए तैयार थे। शरद यादव अन्य लोगों के साथ हुर्रियत नेताओं से मिलने गए थे, लेकिन उन्होंने अपने दरवाजे बंद कर लिये। लोग निर्दोष और नाबालिग बच्चों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे थे और मैंने महबूबा से बात की तथा उनसे बच्चों को रिहा करने को कहा। हमने सब कुछ किया, लेकिन जिस तरह से उन्हें (हुर्रियत नेताओं को) प्रतिक्रिया देनी चाहिए थी, उन्होंने ऐसा नहीं किया।’’
सिंह 2016 में गए प्रतिनिधिमंडल का संदर्भ दे रहे थे, जिसमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता डी राजा, जनता दल (यूनाइटेड) नेता शरद यादव और राष्ट्रीय जनता दल के जय प्रकाश नारायण शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी से मिलने श्रीनगर स्थित उनके आवास पर गया था, जहां वे नजरबंद थे। लेकिन गिलानी ने प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और दरवाजे भी नहीं खोले।
सिंह ने पीडीपी और नेकां पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कहते थे कि अनुच्छेद 370 को हटाने से इलाके में भीषण आग फैल जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसे (अनुच्छेद 370 हटाना) साहसपूर्वक किया और कुछ नहीं हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आजादी के बाद से महिलाओं और पाकिस्तानी शरणार्थियों, सफाईकर्मियों सहित कमजोर वर्गों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया। लेकिन हमने उनके लिए न्याय सुनिश्चित किया और वे इस चुनाव में मतदान करने जा रहे हैं। हमने अनुसूचित जनजातियों को राजनीतिक आरक्षण भी प्रदान किया।’’
रक्षामंत्री ने कहा कि पिछले साल श्रीनगर में जी20 सम्मेलन हुआ, जिसमें कश्मीर को ‘‘आतंकवाद के केंद्र के बजाय पर्यटन केंद्र’’ के रूप में पेश किया गया, क्योंकि सरकार ने सड़क और रेल संपर्क तथा बुनियादी ढांचे के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के नेतृत्व में सरकार ने सीमावर्ती गांवों को देश का अंतिम गांव कहने के बजाय पहला गांव कहने का निर्णय लिया और हम उनका तेजी से विकास सुनिश्चित करेंगे।’’
सिंह ने कहा कि घुसपैठ रोकने के लिए सीमा पर बाड़ लगाने की परियोजना पूरी की जाएगी।
उन्होंने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के बारे में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के कथित बयान पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘उसके साथ क्या किया जाना चाहिए था? अगर उसे फांसी नहीं दी जाती तो (क्या) उसे फूल-माला पहनाई जानी चाहिए थी?’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने पार्टी घोषणापत्र में शामिल विभिन्न गारंटी को रेखांकित करते हुए कहा कि भाजपा कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी और पुनर्वास चाहती है तथा जम्मू-कश्मीर को देश का आधुनिक राज्य बनाना चाहती है।
भाषा धीरज