दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण से निपटने के लिए भाजपा, कांग्रेस से 'सकारात्मक सुझाव' मांगे
सिम्मी पवनेश
- 03 Sep 2024, 05:23 PM
- Updated: 05:23 PM
नयी दिल्ली, 3 सितम्बर (भाषा) दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्षों को मंगलवार को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए ऐसे ‘‘सकारात्मक सुझाव’’ देने का अनुरोध किया जिन्हें ‘शीतकालीन कार्य योजना’ में शामिल किया जा सके।
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा और कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव को लिखे पत्र में राय ने प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का भी जिक्र किया।
उन्होंने विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र की एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के लोगों को जिस प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है, उसके लिए स्थानीय निवासी केवल 31 प्रतिशत तक जिम्मेदार है जबकि शेष प्रदूषण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) राज्यों के कारण है।
राय ने पत्र में कहा, ‘‘प्रदूषण को सभी के सहयोग से ही कम किया जा सकता है, विरोध से नहीं। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, उनका असर भी दिख रहा है।’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर शीतकालीन कार्ययोजना बनाने की तैयारी कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘शीतकालीन कार्ययोजना मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर आधारित होगी। पहला, दिल्ली सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदम, दूसरा, पड़ोसी राज्यों से सहयोग प्राप्त करना और तीसरा, केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करना ताकि सर्दियों में भी दिल्ली में प्रदूषण को प्रभावी ढंग से कम किया जा सके।’’
राय ने पत्र में कहा, ‘‘हम आपसे अनुरोध करते हैं कि यदि आपके पास उपरोक्त तीन बिंदुओं पर कोई ऐसे सकारात्मक सुझाव हैं जो दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकते हैं तो कृपया उन्हें जल्द ही हमें भेजें ताकि हम उन्हें कार्ययोजना में शामिल कर सकें। हमारा उद्देश्य दिल्ली के प्रदूषण को कम करना है।’’
राय के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘गोपाल राय जी नौटंकी की भी हद होती है।
सब को चिठ्ठी लिखते हो - कभी एक चिठ्ठी लिखकर एक मुलाकात पराली जलाने वाले सबसे बड़े दोषी राज्य पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी कर लो। हमें बताइए, आप दोनों मिलकर पराली जलने से रोकने के लिए क्या कर रहे हैं।’’
भाषा सिम्मी