रूबिना फ्रांसिस ने एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, निशानेबाजी में भारत को चौथा पदक
नमिता आनन्द
- 31 Aug 2024, 09:22 PM
- Updated: 09:22 PM
शेटराउ (फ्रांस), 31 अगस्त (भाषा) भारत की रूबिना फ्रांसिस ने शनिवार को यहां पेरिस पैरालंपिक में महिलाओं की एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा के फाइनल में कांस्य पदक जीतकर देश को निशानेबाजी में चौथा पदक दिलाया।
गत चैंपियन और विश्व रिकार्ड धारी निशानेबाजों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए 25 वर्षीय रूबिना ने कुल 211.1 अंक हासिल कर आठ महिलाओं के फाइनल में तीसरा स्थान हासिल किया।
उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
ईरान की जावानमार्डी सारेह ने 236.8 के कुल स्कोर के साथ अपना लगातार तीसरा पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीता जबकि विश्व रिकॉर्ड धारी तुर्की की ओजगान आयसेल ने 231.1 के साथ रजत पदक जीता।
पेरिस पैरालंपिक में यह भारत का निशानेबाजी में चौथा और कुल मिलाकर पांचवां पदक था। वह पैरालंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पिस्टल निशानेबाज हैं।
रूबिना ने कहा, ‘‘क्वालीफिकेशन के शुरु में थोड़ी नर्वस थी। यह मुश्किल रहा क्योंकि चीजें वैसी नहीं हो रही थीं जैसा मैं चाहती थी। मैंने अपने कोच से बात की और फाइनल से पहले उन्होंने मुझे सुझाव दिया कि मैं परिणाम, पदक या लोग क्या कहेंगे, इस बारे में नहीं सोचूं। उन्होंने कहा ‘अपने लिए करो’। यह मेरे लिए बहुत कारगर रहा और मुझे परिणाम मिला। ’’
यह पूछने पर कि महिला खिलाड़ियों के लिए उनका क्या संदेश होगा तो उन्होंने कहा, ‘‘अपने सपनों का पीछा करो, उसके लिए आगे बढ़ो, भले ही इसके लिए तुम्हें संघर्ष करना पड़े। तुम यह कर सकती हो। हार मत मानो। खुद पर विश्वास रखो। ’’
उन्होंने फ्रांस की राजधानी के लिए रवाना होने से कुछ दिन पहले ‘द्विपक्षीय’ (बाईपारटाइट) वाइल्डकार्ड नियम के अंतर्गत पेरिस पैरालंपिक कोटा हासिल किया था।
एसएच1 वर्ग में वो पैरा निशानेबाज हिस्सा लेते हैं जो बिना किसी परेशानी के बंदूक संभालते हुए व्हीलचेयर या चेयर पर बैठकर या खड़े होकर निशाना लगा सकते हैं।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में मैकेनिक की बेटी रूबिना का जन्म एक पैर में दिव्यांगता के साथ हुआ था। दिग्गज भारतीय निशानेबाज गगन नारंग की ओलंपिक उपलब्धियों से प्रेरित होकर वह निशानेबाजी में आयीं।
वह अपने दूसरे पैरालंपिक में भाग ले रही थीं। तीन साल पहले वह तोक्यो पैरालंपिक के फाइनल में सातवें स्थान पर रही थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूबिना के कांस्य पदक जीतने के प्रयास की सराहना की।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत के लिए एक और गौरवपूर्ण क्षण। रूबिना ने पैरालंपिक 2024 में पी2 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा का कांस्य पदक जीता। उनके असाधारण ध्यान, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता ने शानदार परिणाम दिया। ’’
रूबिना ने फाइनल में निरंतर प्रदर्शन किया। वह 10 शॉट्स में 97.6 अंक के साथ पहले चरण के अंत में तीसरे स्थान पर थीं जबकि ओजगान 99.5 के साथ सबसे आगे थीं।
14वें शॉट के आखिर में भारतीय निशानेबाज कुछ समय के लिए चौथे स्थान पर खिसक गईं। लेकिन इससे उबरते हुए वह तीसरे स्थान पर वापस पहुंच गईं।
शुक्रवार को अवनि लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक का सफलतापूर्वक बचाव करते हुए इतिहास रच दिया था। उन्होंने तोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीता था।
मोना अग्रवाल ने इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।
मनीष नरवाल ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल (एसएच1) में रजत पदक जीता।
भाषा नमिता आनन्द