हमारा लक्ष्य सहकारिता, आत्मनिर्भरता के माध्यम से समृद्धि प्राप्त करना: मुख्यमंत्री सैनी
राजेश राजेश रमण
- 14 Nov 2025, 07:56 PM
- Updated: 07:56 PM
चंडीगढ़, 14 नवंबर (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को कहा कि भारत की आत्मा उसके गांवों में बसती है और प्रगति का मार्ग सहकारिता में निहित है।
सैनी ने सोनीपत में 72वें राज्य स्तरीय सहकारिता सप्ताह का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की आत्मा उसके गांवों में बसती है और प्रगति का मार्ग सहकारिता में निहित है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष को 'सहकारिता वर्ष' के रूप में मनाया जा रहा है और यह आयोजन सहकारिता और आत्मनिर्भरता के माध्यम से समृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सैनी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सहकारिता और आत्मनिर्भरता के माध्यम से समृद्धि प्राप्त करना है।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से पारंपरिक मानसिकता को त्यागने, सहकारी समितियों का गठन करने और डिजिटल इंडिया की शक्ति के माध्यम से उन्हें वैश्विक ब्रांडों में बदलने का आग्रह किया।
सैनी ने कहा, ‘‘हमें उन लाखों लोगों को याद रखना चाहिए जिन्होंने अपनी छोटी बचत और सामूहिक शक्ति के माध्यम से एक मजबूत सहकारी आंदोलन का निर्माण किया।’’
उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और तेजी से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सहकारिता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सैनी ने याद दिलाया कि वर्ष 2014 में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने का संकल्प लिया था और इतिहास में पहली बार अलग से सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की थी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, राज्य सरकार ने सहकारिता को एक जन आंदोलन बनाने का संकल्प लिया है।
सैनी ने कहा कि हरियाणा सहकारिता क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। 19 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से राज्य भर में तीन लाख से अधिक किसानों को रुपे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि समय पर भुगतान करने वाले प्राथमिक सहकारी समितियों के सदस्यों के लिए फसल ऋण पर कोई ब्याज नहीं लिया जाता है। अब तक, इस योजना ने 531,652 किसानों को 1,223 करोड़ रुपये की ब्याज राहत प्रदान की है।
हरियाणा का शीर्ष सहकारी महासंघ, हैफेड, केंद्र सरकार की मेगा फूड पार्क योजना के तहत लगभग 180 करोड़ रुपये की लागत से रोहतक में एक मेगा फूड पार्क स्थापित कर रहा है। इस बीच, शुगरफेड की 10 सहकारी चीनी मिलें लगभग 93 प्रतिशत क्षमता पर काम कर रही हैं।
सैनी ने कहा कि सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं।
भाषा राजेश राजेश