सरकार ने लाल किले के निकट हुए कार विस्फोट को 'आतंकवादी घटना' करार दिया
देवेंद्र प्रशांत
- 12 Nov 2025, 10:52 PM
- Updated: 10:52 PM
नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के नजदीक हुए कार में हुए विस्फोट को बुधवार को एक ‘‘आतंकवादी घटना’’ करार दिया, जबकि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि विस्फोटकों से लदी कार चला रहे डॉ. उमर नबी ने छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मौके पर यहां हमला करने की योजना बनाई थी।
सोमवार शाम को हुए विस्फोट की जांच में शामिल अधिकारियों ने कहा कि उमर और एक अन्य प्रमुख संदिग्ध डॉ. मुजम्मिल गनई ने 2021 में तुर्किये की अपनी यात्रा के दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के ‘ओवरग्राउंड वर्कर’ से मुलाकात की थी।
इस विस्फोट में 12 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे।
उन्होंने यह भी कहा कि मुजम्मिल के मोबाइल फोन के डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि उसने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले के निकट हुए विस्फोट में घायल लोगों से एलएनजेपी अस्पताल में मुलाकात की और कहा अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।
प्रधानमंत्री लगभग 25 मिनट तक अस्पताल में रहे।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली में बम विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलने एलएनजेपी अस्पताल गया। सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। इस साजिश के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।’’
भूटान से लौटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता दोहरायी गई।
मंत्रिमंडल में पारित प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘मंत्रिमंडल निर्देश देता है कि घटना की जांच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से की जाए ताकि अपराधियों, उनके सहयोगियों और उनके प्रायोजकों की पहचान की जा सके और उन्हें बिना किसी देरी के न्याय के शिकंजे में लाया जा सके। स्थिति पर सरकार के उच्चतम स्तर पर कड़ी नजर रखी जा रही है।’’
मंत्रिमंडल ने आतंकवाद की इस घटना में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा। उसने आतंकवाद की घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया और कहा कि स्थिति पर सरकार के उच्चतम स्तर पर ‘‘कड़ी नजर’’ रखी जा रही है।
कार विस्फोट को ‘‘हिंसा का असंवेदनशील कृत्य’’ बताते हुए, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस नृशंस और कायरतापूर्ण कृत्य की निंदा की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की।
एक अन्य घटनाक्रम में, पुलिस ने बताया कि दिल्ली के लालकिला विस्फोट मामले से जुड़ी एक संदिग्ध लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट कार का पता लगा लिया गया है और इसे फरीदाबाद जिले के खंदावली में जब्त कर लिया गया है।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट कार का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के सभी थानों, चौकियों और सीमा चौकियों पर अलर्ट जारी कर दिया था।
यह अलर्ट तब जारी किया गया जब जांच में इस बात का पता चला कि विस्फोट में प्रयुक्त हुंदै आई20 से जुड़े अन्य संदिग्धों के पास एक अन्य लाल रंग की कार भी है।
फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय के पास अपने किराये के मकान में कथित तौर पर विस्फोटक रखने में मदद करने वाले हरियाणा के एक मौलवी को हिरासत में लेकर बुधवार सुबह श्रीनगर लाया गया। जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मौलवी इश्तियाक मेवात का है और अल फलाह विश्वविद्यालय के परिसर में धार्मिक प्रवचन देता था। यह विश्वविद्यालय ‘सफेद पोश आतंकी मॉड्यूल’ को लेकर खबरों में है जिसके तार सोमवार को लाल किले के पास हुए विस्फोट से जुड़े हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने उसके घर से ही 2,500 किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद किया था।
उन्होंने बताया कि मौलवी इश्तियाक के आवास पर विस्फोटक सामग्री डॉ. मुजम्मिल और डॉ. उमर नबी ने रखी थी। इन दोनों व्यक्तियों की तरह अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़ी डॉ. शाहीन सईद एक अन्य प्रमुख संदिग्ध है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
लाल किला के पास हुए विस्फोट में शामिल कार को घटना के दौरान चला रहे डॉ. उमर नबी का इरादा छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के आसपास एक शक्तिशाली विस्फोट करने का था। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि फरीदाबाद स्थित अंतरराज्यीय जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकी मॉड्यूल से कथित संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किये गए आठ लोगों से पूछताछ तथा उनके परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों से बातचीत के आधार पर इस षडयंत्र के विवरण के बारे में पता चला।
अधिकारियों के अनुसार, नबी ने दिसंबर में अपने आतंकी मंसूबे के बारे में दूसरों को बताया और 10 नवंबर को जिस हुंदै आई20 कार को वह चला रहा था, उसमें विस्फोटक सामग्री रखकर इसकी तैयारी शुरू कर दी थी।
अधिकारियों ने कहा कि ऐसा लगता है कि वह इंटरनेट पर उपलब्ध मुक्त स्रोतों से इसके निर्माण और विस्फोट करने में सहायक सर्किट के बारे में सीखने के बाद एक वाहन-आधारित संवर्धित विस्फोटक उपकरण (वीबीआईईडी) को तैयार कर रहा था।
अधिकारियों के अनुसार, नबी 10 नवंबर को उस समय घबरा गया होगा, जब फरीदाबाद के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने टेलीविजन पर घोषणा की कि वहां 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद करके एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है।
इस 2,900 किग्रा विस्फोटक में गनई के किराये के मकान से बरामद 360 किग्रा ज्वलनशील पदार्थ भी शामिल था।
अधिकारियों ने बताया कि नबी ने चारदीवारी वाली एक मस्जिद में पनाह ली, जहां वह सोमवार शाम तीन घंटे रुका और फिर गाड़ी चलाते हुए निकल गया जिसमें समय से पहले ही विस्फोट हो गया।
उन्होंने बताया कि वीबीआईईडी भी अधूरा था, क्योंकि छर्रे जोड़े जाने बाकी थे।
माना जा रहा है कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के 28 वर्षीय डॉक्टर उमर की इस विस्फोट में मौत हो गई।
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि उमर और मुजम्मिल तुर्किये गए थे।
उन्होंने बताया कि उमर और मुजम्मिल के पासपोर्ट से 2021 में कुछ टेलीग्राम समूहों में शामिल होने के कुछ समय बाद ही तुर्किये की यात्रा का पता चलता है।
जांचकर्ताओं का यह भी मानना है कि संदिग्ध 2008 में हुए मुंबई हमले जैसा हमला करना चाहते थे।
जांच के दौरान यह भी पता चला है कि वे दिवाली के दौरान भीड़भाड़ वाले इलाकों को भी निशाना बनाना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं कर सके।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुजम्मिल गनई के मोबाइल फोन के डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि उसने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी।
दिल्ली में लाल किला विस्फोट की घटना के बाद जांच के दायरे में आई फरीदाबाद की अल फलाह विश्वविद्यालय ने बुधवार को कहा कि घटना के संबंध में गिरफ्तार किए गए उसके दो चिकित्सकों से उसका केवल पेशेवर संबंध है और वह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी है।
इन चिकित्सकों से दूरी बनाते हुए विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि यह जिम्मेदार संस्थान है और देश के साथ एकजुटता से खड़ा है।
भाषा
देवेंद्र