चुनाव से पहले खुली पटना मेट्रो बनी आकर्षण का केंद्र, शहरवासी कर रहे हैं सैर, ले रहे हैं सेल्फी,
नोमान राजकुमार
- 10 Nov 2025, 08:41 PM
- Updated: 08:41 PM
(कुणाल दत्त)
पटना, 10 नवम्बर (भाषा) पंद्रह वर्षीय किशोर आंनद ने यहां अपनी मेट्रो यात्रा पर खुशी प्रकट करते हुए कहा, “मैंने आज तक ट्रेन में सफर नहीं किया था। अपने परिवार में पहला व्यक्ति हूं जिसने मेट्रो में सफर किया है।
कुमार अपने तीन दोस्तों के साथ हाल में शुरू हुई पटना मेट्रो में सवार था।
गौरीचक के ग्रामीण इलाके के निवासी आनंद ने बताया कि वह करीब 10 किलोमीटर सड़क मार्ग तय कर पटलिपुत्र बस टर्मिनल मेट्रो स्टेशन पहुंचा। आनंद और उसके तीन दोस्त अर्जुन कुमार (17), रणबीर सिंह (15) और आयुष कुमार (15) भूतनाथ स्टेशन तक तीन स्टेशनों की यात्रा के लिए उत्साहित थे।
ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचने से पहले तीनों ने मोबाइल से ‘रील’ भी बनाई।
पटना मेट्रो के 3.45 किलोमीटर लंबे परिचालन खंड में तीन स्टेशन पटलिपुत्र बस टर्मिनल, ज़ीरो माइल और भूतनाथ हैं। यह हिस्सा “प्राथमिक कॉरिडोर” के रूप में पिछले महीने यात्रियों के लिए खोला गया था।
मेट्रो ट्रेन के तीनों डिब्बो पर बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने वाली कलात्मक सजावट (आर्ट रैप) की गई है, जिसमें महात्मा बुद्ध और शांति स्तूप, महावीर मंदिर, गोलघर तथा मधुबनी पेंटिंग की झलक देखने को मिलती है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस खंड का उद्घाटन छह अक्टूबर को किया था। ठीक उसी दिन बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हुई थी।
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा की 121 सीट पर छह नवम्बर को मतदान हो चुका है, जबकि शेष 122 सीट पर 11 नवम्बर को वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती 14 नवम्बर को होगी।
अभी मेट्रो का केवल एक छोटा खंड चालू होने के कारण ट्रेन कम गति से चल रही है। एक दिशा की यात्रा पूरी करने के बाद ट्रेन वापस लौटती है।
आनंद ने कहा, “हम गांव से बहुत उत्साहित होकर निकले थे। हमने दिल्ली मेट्रो और अन्य शहरों की मेट्रो के वीडियो देखे थे। गांव में लोग सोचते हैं कि पटना मेट्रो 45-60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती है, लेकिन सफर के बाद महसूस हुआ कि यह उतनी तेज नहीं है। यह बात थोड़ी निराशाजनक लगी।”
उसने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं अभी वोटिंग की उम्र का नहीं हूं, लेकिन समझ सकता हूं कि मेट्रो का यह हिस्सा चुनाव को ध्यान में रखकर खोला गया।”
फिर भी, पटना मेट्रो बिहार की राजधानी पटना के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुकी है।
मेट्रो स्टेशन के एक कर्मचारी ने बताया कि कई यात्री मनोरंजन के उद्देश्य से पूरी यात्रा करते हैं और उसी स्टेशन से निकलने की कोशिश करते हैं जहां से उन्होंने यात्रा शुरू की थी, हालांकि इसके लिए अलग टिकट लेना जरूरी होता है।
उन्होंने बताया, “थूकने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है और ‘गुटखा-पान मसाला’ लेकर आने वालों को स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया जाता है।”
हालांकि मेट्रो को लेकर उत्साह दिख रहा है, कई यात्रियों ने अधूरे निर्माण कार्यों की ओर भी ध्यान दिलाया — जैसे भूतनाथ स्टेशन की एक ओर सीढ़ियों का अधूरा भाग या पटलिपुत्र बस टर्मिनल स्टेशन के पिछले हिस्से पर लगे मचान, जहां पलस्तर का काम जारी है।
आरा जिले के रहने वाले ऑटो चालक सुशील कुमार अपनी पत्नी और तीन बेटों के साथ आठ नवंबर को मेट्रो की सैर करने पहुंचे।
उन्होंने कहा,“सरकार ने चुनाव देखकर पहले ही मेट्रो खोल दी है, लेकिन हम घूमने आए हैं। टीवी और इंटरनेट पर मेट्रो के वीडियो देखकर मन किया था कि इसमें बैठा जाए।”
उन्होंने बताया, “मैंने छह नवंबर को अपने निर्वाचन क्षेत्र आरा में वोट डाला और आज परिवार के साथ पटना मेट्रो का आनंद लेने आया हूं।”
सुशील और उनकी पत्नी सवित्री कुमारी ने लोगों से अपील की कि वे मेट्रो स्टेशनों की स्वच्छता बनाए रखें, क्योंकि यह “बिहार का गौरव” है।
अधिकारियों के अनुसार, पटलिपुत्र बस टर्मिनल से ज़ीरो माइल स्टेशन तक किराया 15 रुपए और भूतनाथ स्टेशन तक 30 रुपए है। मेट्रो सेवा प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेगी और हर 20 मिनट पर ट्रेन चलेगी।
पटना मेट्रो परियोजना की कुल लागत 13,925.5 करोड़ रुपये है, जिसे जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जीका), केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से वित्तपोषित किया गया है।
पूरा मेट्रो नेटवर्क दो कॉरिडोरों में विभाजित है — रेड लाइन (16.86 किमी) और ब्लू लाइन (14.56 किमी) — जिनमें कुल 24 स्टेशन होंगे। परियोजना का पहला चरण 2027 तक पूर्ण रूप से परिचालन में आने की उम्मीद है।
पटना मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस (बीएसएपी) को सौंपा गया है, जबकि निर्माण कार्य दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) द्वारा किया जा रहा है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की नींव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 में रखी थी।
भाषा कैलाश
नोमान