मुसलमानों की नागरिकता, मताधिकार पर कोई खतरा नहीं : नकवी
आशीष नेत्रपाल
- 09 Nov 2025, 04:48 PM
- Updated: 04:48 PM
नयी दिल्ली, नौ नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को सांप्रदायिक रंग देने के लिए रविवार को विपक्षी दलों की आलोचना की और कहा कि किसी भी मुसलमान की नागरिकता या मतदान का अधिकार खतरे में नहीं है।
उत्तर प्रदेश के रामपुर में कोयला ग्राम पंचायत में एसआईआर पर आयोजित एक जागरूकता कार्यक्रम के दौरान, अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व मंत्री ने दावा किया कि कुछ छद्म धर्मनिरपेक्षतावादी, एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश की आड़ में हर संवैधानिक सुधार पर सांप्रदायिक हमले शुरू करके मुसलमानों को राजनीतिक रूप से हाशिए पर डालना चाहते हैं, ताकि वे असुरक्षा के बीज बो सकें और वोटों की फसल काट सकें।
नकवी ने कहा कि भारी मात्रा में मुस्लिम वोट पाने वाले इन राजनीतिक दलों ने अल्पसंख्यक समुदाय को सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक या राजनीतिक रूप से सशक्त नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि ‘‘पराजित वंशवादी’’ परिवार से जुड़े लोग हिंसक अराजकता के जरिए जीवंत लोकतंत्र को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पात्र मतदाताओं की रक्षा और अपात्र मतदाताओं की जांच एक निर्णायक लोकतंत्र की चुनावी प्रणाली की एक सतत प्रक्रिया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए नकवी ने कहा कि ‘‘झूठी लॉबी’’ का ‘‘हाइड्रोजन बम’’ एक ‘‘बुलबुला’’ साबित हुआ क्योंकि संवैधानिक लोकतंत्र को बदनाम करने की उनकी चाल का पर्दाफाश हो गया है।
उन्होंने कहा कि ये लोग चालाकी से लोकतंत्र को वंशवाद का बंधक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। नकवी ने कहा, ‘‘वोट चोरी की घिसी-पिटी पटकथा भी सत्ता के भूखे सुल्तानों के मिशन को बचाने में नाकाम रही है और वंशवाद के बड़बोले लोग बोझ साबित हो रहे हैं।’’
नकवी ने कहा कि वोट चोरी के आरोपों के बीच, बिहार में भारी मतदान ने साबित कर दिया है कि विपक्ष द्वारा बनाया गया हौवा चुनाव प्रचार में पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को मतदान से हतोत्साहित करने के उद्देश्य से रची गई आपराधिक अराजकता विफल हो गई है। भारी मतदान लोकतंत्र की भारी जीत का संदेश है।’’
बिहार में पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य के इतिहास में सबसे अधिक है। दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा तथा मतगणना 14 नवंबर को होगी।
बिहार में महागठबंधन पर निशाना साधते हुए नकवी ने कहा कि गठबंधन राजनीतिक समझ से सफल होते हैं, सामंती सनक से नहीं।
भाषा आशीष