जम्मू में आतंकवाद रोधी अभियान, कई जगहों पर छापेमारी जारी
सिम्मी देवेंद्र
- 09 Nov 2025, 12:26 PM
- Updated: 12:26 PM
जम्मू, नौ नवंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ जारी कार्रवाई का जम्मू के विभिन्न इलाकों में विस्तार करते हुए पाकिस्तान से सक्रिय स्थानीय आतंकवादियों एवं उनके ‘ओवरग्राउंड वर्कर्स’ (ओजीडब्ल्यू) को निशाना बनाया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कश्मीर के संदर्भ में ओजीडब्ल्यू का मतलब उन व्यक्तियों से है जो आतंकवादियों को साजो-सामान उपलब्ध कराते हैं एवं उन्हें गुप्त गतिविधियां चलाने में मदद करते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि रामबन, कठुआ और राजौरी जिलों में कई जगहों पर व्यापक तलाशी और घेराबंदी अभियान जारी है।
जम्मू के डोडा जिले में बड़े पैमाने पर जारी आतंकवाद-रोधी अभियान के बीच शनिवार को कई संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। यह खुफिया जानकारी मिलने के बाद तलाश अभियान तेज कर दिया गया कि ऊंचाई वाले इलाकों में सक्रिय आतंकवादी सर्दियों के लिए मैदानी इलाकों में सुरक्षित ठिकानों की खोज कर रहे हैं।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने एवं शांति बनाए रखने के लिए अपने प्रयास जारी रखे हैं तथा रामबन जिले के बनिहाल एवं गूल इलाकों में कई स्थानों पर व्यापक घेराबंदी और तलाश अभियान चलाया है।
प्रवक्ता ने बताया कि यह अभियान रामबन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण गुप्ता की निगरानी में सुव्यवस्थित तरीके से चलाया गया और इसका उद्देश्य पाकिस्तान से सक्रिय जम्मू-कश्मीर के मूल निवासियों के रिश्तेदारों की संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाना, संदिग्ध व्यक्तियों के इतिहास की पुष्टि करना और संवेदनशील क्षेत्रों के आसपास सुरक्षा कड़ी करना है।
उन्होंने बताया कि अभियानों के दौरान पाकिस्तान से सक्रिय जम्मू-कश्मीर स्थित आतंकवादियों के रिश्तेदारों एवं ज्ञात सहयोगियों और ओजीडब्ल्यू के घरों की तलाशी ली गई।
प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस दलों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई परिसरों की गहन तलाशी ली कि कोई राष्ट्र-विरोधी या गैरकानूनी गतिविधियां संचालित तो नहीं हो रही हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस, सेना, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और एसओजी (विशेष अभियान समूह) इकाइयों के संयुक्त दलों ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ मिलकर जिले के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में अभियान चलाया।
प्रवक्ता ने बताया कि ये अभियान आम जनता को किसी भी तरह की असुविधा पहुंचाए बिना, संगठित तरीके से चलाये गये।
उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए जारी निवारक और खुफिया-आधारित कदमों का हिस्सा हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस हर राष्ट्र-विरोधी नेटवर्क को बेअसर करने और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आम जनता से कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने और अपने क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों या व्यक्तियों के बारे में हर महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने का अनुरोध किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि कठुआ और राजौरी जिलों में भी इसी तरह के तलाशी अभियान जारी है।
भाषा सिम्मी