आरजीपी का दावा, प्रवासी 'तुष्टीकरण' गोवा में विपक्षी गठबंधन में बाधा बन रहा
नोमान दिलीप
- 04 Nov 2025, 05:27 PM
- Updated: 05:27 PM
पणजी, चार नवंबर (भाषा) रिवॉल्यूशनरी गोवन्स पार्टी (आरजीपी) के प्रमुख मनोज परब ने मंगलवार को कहा कि अगर कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) जैसे दल तटीय राज्य में "प्रवासियों को खुश करना" जारी रखते हैं, तो हो सकता है कि वह 2027 के गोवा विधानसभा चुनावों के लिए विपक्षी गठबंधन में शामिल नहीं हो।
दिवाली की पूर्व संध्या पर आरजीपी, कांग्रेस और जीएफपी के नेता एक साथ आए थे और सत्तारूढ़ भाजपा का मुकाबला करने के लिए 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में गठबंधन करने का संकेत दिया था। उसके करीब एक पखवाड़े बाद परब ने यह टिप्पणी की।
नेताओं ने दक्षिण गोवा जिले के फतोरदा गांव में जीएफपी अध्यक्ष विजय सरदेसाई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान एकजुटता प्रदर्शित की थी।
परब ने मंगलवार को कहा, "हो सकता है कि एमजीपी (महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी), भाजपा, कांग्रेस या गोवा फॉरवर्ड पार्टी, प्रवासियों के वोटों पर आश्रित हों और उनके सहारे राजनीति करते हों।"
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "अगर लोगों को लगता है कि हमें अपनी पहचान की कीमत पर या ‘पर्सन ऑफ गोअन ओरिजिन’ (पीओजीओ) के मुद्दे को दरकिनार कर उनके साथ गठबंधन करना चाहिए, तो हम यह राजनीति नहीं चाहते हैं।"
परब गोवा कन्नड़ साहित्य संघ के अध्यक्ष सिद्धन्ना मेती के एक बयान का जवाब दे रहे थे, जिन्होंने आरजीपी को तटीय राज्य में कन्नड़ भाषी लोगों को निशाना बनाने के खिलाफ चेतावनी दी थी।
आरजीपी जोर देती रही है कि जिन लोगों के माता-पिता का जन्म 1961 (जब गोवा पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ था) से पहले तटीय राज्य में हुआ था, उन्हें ‘पर्सन ऑफ गोअन ओरिजिन’ माना जाना चाहिए और सरकारी योजनाओं और नौकरियों का लाभ दिया जाना चाहिए।
परब ने कहा कि आरजीपी कांग्रेस या गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ नाम मात्र का गठबंधन नहीं करना चाहती है।
आरजीपी के प्रमुख ने यह भी कहा कि अगर चुनावी एजेंडे में प्रमुख मुद्दे के तौर पर पीओजीओ को शामिल नहीं किया जाता है, तो उनकी पार्टी कांग्रेस और जीएफपी से गठबंधन नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, "यह स्पष्ट राजनीतिक संदेश है, जो मैं सभी राजनीतिक दलों को देना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, "जहां तक गठबंधन का सवाल है, हम अपने रुख से समझौता नहीं करेंगे। हमारे लिए, भाजपा को हराना महत्वपूर्ण है, लेकिन साथ ही, पीओजीओ पर कोई समझौता नहीं हो सकता है।"
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा के 28 विधायक हैं, जबकि तीन निर्दलीय और दो विधायकों वाली एमजीपी इसका समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस के पास तीन विधायक हैं, आम आदमी पार्टी (आप) के पास दो, जीएफपी और आरजीपी के एक-एक विधायक हैं।
भाषा
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