भारत-ब्रिटेन संबंधों के लिए ऐतिहासिक दिन : प्रधानमंत्री मोदी ने मुक्त व्यापार समझौते पर कहा
शफीक नरेश
- 24 Jul 2025, 05:04 PM
- Updated: 05:04 PM
(तस्वीरों के साथ)
(अदिति खन्ना)
लंदन, 24 जुलाई (भाषा) भारत और ब्रिटेन ने बृहस्पतिवार को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए जिससे सालाना द्विपक्षीय व्यापार में करीब 34 अरब डॉलर का इजाफा होने की उम्मीद है। इस समझौते से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर शुल्क समाप्त होने के साथ ब्रिटिश व्हिस्की, कारों एवं कई अन्य वस्तुओं पर लगने वाले शुल्क में भी कटौती होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड ने इस पर हस्ताक्षर किए।
समझौते के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत-ब्रिटेन संबंधों में ऐतिहासिक दिन है।
उन्होंने कहा कि कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच एक व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं।
इससे पहले, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी की अपने आधिकारिक आवास ‘चेकर्स’ में मेजबानी की। दोनों नेताओं ने गंभीर वार्ता से पहले अकेले में बातचीत की।
अधिकारियों ने कहा कि एफटीए के लागू होने पर 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर ब्रिटेन में शुल्क नहीं लगेगा। दूसरी तरफ ब्रिटिश कंपनियों के लिए व्हिस्की, कारों एवं अन्य उत्पादों का भारत में निर्यात करना आसान हो जाएगा। इस तरह समग्र द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि होगी।
स्टार्मर ने कहा कि यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद यह ब्रिटेन द्वारा किया गया सबसे बड़ा और आर्थिक रूप से सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्यापार समझौता है।
अपने मीडिया वक्तव्य में मोदी ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए ब्रिटेन को धन्यवाद दिया और कहा कि दोनों पक्ष इस बात पर एकमत हैं कि ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मानदंडों के लिए कोई जगह नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात पर भी सहमत हैं कि चरमपंथी विचारधारा वाली ताकतों को लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण जैसे मामलों पर सहयोग और समन्वय जारी रखेंगी।
मुक्त व्यापार समझौते पर मोदी ने कहा कि इससे भारत के कृषि उत्पादों और प्रसंस्कृत खाद्य उद्योग के लिए ब्रिटिश बाजार में नये अवसर पैदा होंगे और यह विशेष रूप से भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र के लिए लाभकारी होगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय कपड़ा उद्योग, जूते, रत्न एवं आभूषण, समुद्री भोजन और इंजीनियरिंग वस्तुओं को ब्रिटेन में बेहतर बाजार पहुंच मिलेगी।
मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन अगले दशक में दोनों पक्षों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नई गति और ऊर्जा देने के लिए ‘‘विजन 2035’’ रूपरेखा को भी मजबूत कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र की समग्र स्थिति पर भी बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता, यूक्रेन में जारी संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति पर विचार साझा करते रहे हैं।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज के युग की मांग ‘‘विस्तारवाद’’ नहीं, बल्कि ‘‘विकासवाद’’ है।
मोदी ने पिछले महीने अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे में कई ब्रिटिश नागरिकों की मौत पर भी शोक व्यक्त किया।
मोदी बुधवार को ब्रिटेन और मालदीव की अपनी दो देशों की यात्रा के तहत लंदन पहुंचे।
भाषा शफीक