मुख्यमंत्री फडणवीस से विचार विमर्श कर मंत्री कोकाटे के खिलाफ कार्रवाई पर फैसला करेंगे : अजित पवार
धीरज नरेश
- 24 Jul 2025, 04:55 PM
- Updated: 04:55 PM
मुंबई, 24 जुलाई (भाषा)महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘रमी’ विवाद और ‘भिखारी’ टिप्पणी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे उनके कैबिनेट सहयोगी माणिकराव कोकाटे के खिलाफ कार्रवाई का फैसला अगले सप्ताह उनसे मुलाकात और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से परामर्श के बाद लिया जाएगा।
पवार ने मंत्रियों को सलाह दी कि वे अपने आचरण और सार्वजनिक रूप से की गई टिप्पणियों के प्रति सतर्क रहें।
महाराष्ट्र का कृषि विभाग संभाल रहे कोकाटे अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सदस्य हैं। वह उस समय विवादों में आ गए थे, जब इस महीने की शुरुआत में विधान परिषद में सत्र का एक वीडियो सार्वजनिक हुआ जिसमें वह कथित तौर पर ऑनलाइन कार्ड गेम ‘रमी’ खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
मंत्री ने मंगलवार को सदन में अपने मोबाइल फोन पर ‘रमी’ खेलने के विपक्ष के दावे का जोरदार खंडन किया। लेकिन एक अन्य विवाद में तब घिर गए जब उन्होंने किसानों पर अपनी पूर्व टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देने की कोशिश करते हुए सरकार को ‘भिखारी’ कह दिया।
विपक्ष कोकाटे के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
पवार ने कहा, ‘‘मैं सोमवार या मंगलवार (अगले सप्ताह) कोकाटे से मिलूंगा और विधान परिषद में मोबाइल गेम खेलने तथा सरकार को ‘भिखारी’ कहने के उनके वीडियो के बारे में जानकारी लूंगा।’’
राकांपा प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा कि मंत्रियों को अपने आचरण और सार्वजनिक रूप से बोलने में सावधानी बरतनी चाहिए।
पवार ने कहा, ‘‘कोकाटे से मुलाकात के बाद मैं और मुख्यमंत्री इस बारे में निर्णय लेंगे कि क्या कार्रवाई की जानी चाहिए।’’
नासिक जिले के सिन्नर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक कोकाटे ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है और विपक्षी विधायकों पर मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी है। राकांपा विधायक ने दावा किया है कि उन्हें ऑनलाइन रमी खेलना भी नहीं आता।
इस साल की शुरुआत में, कोकाटे ने कथित तौर पर किसानों की तुलना ‘भिखारियों’ से की थी, जिसकी कड़ी आलोचना हुई थी।
उन्होंने कहा था, ‘‘भिखारी भी एक रुपया भीख नहीं लेता, लेकिन यहां हम एक रुपये में फसल बीमा दे रहे हैं। फिर भी, कुछ लोग इसका दुरुपयोग करने की कोशिश करते हैं।’’
अपनी टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कोकाटे ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार किसानों को एक रुपया नहीं देती, बल्कि उनसे एक रुपया लेती है। सरकार भिखारी है।’’
भाषा धीरज