रुपये में लगातार छठे दिन गिरावट, तीन पैसे टूटकर 86.41 प्रति डॉलर पर
निहारिका निहारिका अजय
- 23 Jul 2025, 04:29 PM
- Updated: 04:29 PM
मुंबई, 23 जुलाई (भाषा) अमेरिकी डॉलर में मजबूती और विदेशी पूंजी की निकासी के बीच रुपया बुधवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में कमजोर हुआ और तीन पैसे टूटकर 86.41 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि अमेरिका के जापान के साथ व्यापार समझौते की घोषणा के बाद वैश्विक रुझानों के अनुरूप कच्चे तेल की कम कीमतों और घरेलू शेयर बाजारों में भारी लिवाली से घरेलू मुद्रा को कुछ समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.46 प्रति डॉलर पर कमजोर रुख के साथ खुला। यह कारोबार के दौरान 86.34 प्रति डॉलर के उच्चस्तर पर पहुंचा। अंत में यह 86.41 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से तीन पैसे की गिरावट है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.38 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि डॉलर में मजबूती और विदेशी पूंजी की निकासी से रुपया कमजोर हुआ। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में रातोंरात गिरावट और घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख ने गिरावट को सीमित रखा।
उन्होंने कहा, ‘‘ डॉलर-रुपये के हाजिर भाव के 85.60 से 86.30 रुपये के दायरे में रहने के आसार हैं।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 97.16 पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स 539.83 अंक की बढ़त के साथ 82,726.64 अंक पर, जबकि निफ्टी 159.00 अंक की बढ़त के साथ 25,219.90 अंक पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 68.23 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक एक अगस्त की समयसीमा से पहले भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। यदि चर्चा विफल हो जाती है या इसमें देरी होती है तो भारतीय निर्यातकों को नए दबाव का सामना करना पड़ सकता है जिससे रुपये की चुनौतियां बढ़ जाएंगी।
भारत और अमेरिकी दलों ने पिछले सप्ताह वॉशिंगटन में समझौते पर पांचवें दौर की वार्ता पूरी की थी। दोनों देशों के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर अगले दौर की वार्ता के लिए अमेरिकी दल अगस्त में भारत आएगा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 3,548.92 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।
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