अकाली दल नेता बिक्रम मजीठिया अमृतसर में गिरफ्तार
अमित अविनाश
- 25 Jun 2025, 11:20 PM
- Updated: 11:20 PM
चंडीगढ़, 25 जून (भाषा) पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को 540 करोड़ रुपये से अधिक की ‘‘ड्रग मनी’’ का शोधन करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
पूर्व मंत्री मजीठिया की गिरफ्तारी सतर्कता दल द्वारा अमृतसर स्थित उनके आवास पर छापेमारी के बाद हुई।
ब्यूरो ने दावा किया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मादक पदार्थ से अर्जित 540 करोड़ रुपये से ज़्यादा राशि का कई माध्यमों से शोधन किया गया जिसकी सुविधा कथित तौर पर मजीठिया ने प्रदान की।
ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि मजीठिया और उनकी पत्नी गनीव कौर मजीठिया के नाम पर चल और अचल दोनों प्रकार की संपत्तियों में काफी वृद्धि हुई है, जिसके लिए आय का कोई वैध स्रोत उपलब्ध नहीं कराया गया है।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल उनके बहनोई हैं। मजीठिया 2021 के एक मादक पदार्थ मामले में भी पहले से ही जांच का सामना कर रहे हैं।
छापेमारी के बाद मोहाली से आयी सतर्कता टीम को मजीठिया और उनकी पत्नी एवं अकाली दल विधायक गनीव कौर मजीठिया के विरोध का सामना करना पड़ा, जिन्होंने अधिकारियों पर बुधवार सुबह ग्रीन एवेन्यू स्थित घर में जबरन घुसने का आरोप लगाया।
सुखबीर बादल, उनकी पत्नी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और कई वरिष्ठ अकाली नेताओं ने मजीठिया के आवास पर छापेमारी को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधा और इसे "राजनीतिक प्रतिशोध" बताया।
सूत्रों ने बताया कि दंपति के चंडीगढ़ स्थित आवास पर भी इसी तरह की छापेमारी की गई।
गनीव कौर ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा कि उनके पति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, "हम लड़ाई जारी रखेंगे। लोग मजीठिया के साथ खड़े रहेंगे।"
छापेमारी का नेतृत्व मोहाली सतर्कता ब्यूरो के फ्लाइंग स्क्वायड के एआईजी स्वर्णदीप सिंह ने किया, जिन्हें निलंबन के बाद पिछले महीने बहाल कर दिया गया था।
सिंह बुधवार सुबह 4:40 बजे मजीठिया के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में शिकायतकर्ता भी हैं।
ताजा प्राथमिकी पंजाब पुलिस के एक विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा मजीठिया के खिलाफ दर्ज 2021 के मादक पदार्थ मामले में की जा रही जांच पर आधारित है।
मार्च में एसआईटी ने दावा किया था कि उसे मजीठिया और उनके परिवार से जुड़ी कंपनियों में "संदिग्ध वित्तीय लेनदेन" मिले हैं। एसआईटी ने मार्च में कहा था कि उसने विदेशों में वित्तीय लेनदेन की जांच के लिए भी अपनी जांच का विस्तार किया है।
सतर्कता प्रवक्ता ने कहा कि एसआईटी और ब्यूरो की जांच से पता चला है कि ‘‘मादक पदार्थ से अर्जित 540 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के शोधन में मजीठिया ने सुविधा प्रदान की।’’
प्रवक्ता ने बताया कि इसमें मजीठिया द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में जमा की गई 161 करोड़ रुपये की भारी बेहिसाबी नकदी, संदिग्ध विदेशी इकाइयों के माध्यम से 141 करोड़ रुपये की हेराफेरी, कंपनी के वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण या स्पष्टीकरण के बिना 236 करोड़ रुपये का अतिरिक्त जमा और बिना किसी वैध आय स्रोत के मजीठिया द्वारा चल और अचल संपत्तियों का अधिग्रहण शामिल है।
उन्होंने कहा कि एसआईटी जांच से पता चला है कि ‘ड्रग मनी’ (मादक पदार्थ से अर्जित धन) को सराया इंडस्ट्रीज में लगाया गया था, जिसे मजीठिया और उनके परिवार के सदस्य संचालित करते हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि अब तक 540 करोड़ रुपये की "ड्रग मनी" का पता चला है, जिसे मजीठिया ने एक लोक सेवक (विधायक) के रूप में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके अवैध रूप से हासिल किया है, जो कि पूर्ववर्ती पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री पद पर थे।
सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान ब्यूरो ने 30 से अधिक मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप, तीन आईपैड, दो डेस्कटॉप, कई डायरियां, संपत्ति से संबंधित दस्तावेज और सराया इंडस्ट्रीज से संबंधित दस्तावेज जब्त किए।
प्राथमिकी के अनुसार, मजीठिया ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर सम्पत्ति और व्यापारिक हित अर्जित किए हैं, जो उनकी आय के वैध स्रोतों से अधिक प्रतीत होता है।
इससे पहले मजीठिया के यहां छापेमारी की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर आई, अकाली नेता और समर्थक उनके आवास के पास पहुंचे और भगवंत मान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मजीठिया के आवास की ओर जाने वाली सड़क पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे और पुलिसकर्मी किसी को भी बैरिकेड पार नहीं करने दे रहे थे।
जैसे ही अधिकारियों की एक टीम मजीठिया के घर में दाखिल हुई, गनीव कौर ने अधिकारियों से पूछा, "क्या हो रहा है? मैं जानना चाहती हूं कि क्या हो रहा है। आप मेरी जानकारी के बिना मेरे घर में कैसे घुस आए?’’
मजीठिया ने भी आरोप लगाया कि सतर्कता अधिकारी घर में जबरन घुसे और उनके बच्चों को ‘‘डराया।’’
पूर्व मंत्री को डीएसपी स्तर के सतर्कता अधिकारी के साथ बहस करते हुए सुना गया।
मजीठिया ने यह भी सवाल किया कि अधिकारी वर्दी में क्यों नहीं थे, जिस पर उनमें से एक ने जवाब दिया कि सतर्कता अधिकारी सिविल ड्रेस में रहते हैं।
मजीठिया को डीएसपी रैंक के एक अधिकारी को तब बीच में रोकते हुए भी देखा गया, जब उन्होंने एक कमरे में खड़े एक व्यक्ति की पहचान के बारे में पूछा। जवाब में, अधिकारी ने मजीठिया से कहा कि वह उन्हें उपदेश न दें और अकाली नेता का सहयोग मांगा।
अधिकारी ने मजीठिया द्वारा छापेमारी का वीडियो बनाने पर भी आपत्ति जतायी।
मजीठिया ने एक वीडियो जारी करके भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘आप’ विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है।
मजीठिया ने दावा किया कि सतर्कता विभाग ने मंगलवार रात एक नयी प्राथमिकी दर्ज की। उन्होंने कहा, "वे जबरदस्ती घर में घुसे। अगर प्राथमिकी दर्ज की गई है तो हम कानून का सामना करेंगे। अगर उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्राथमिकी दर्ज करनी थी तो वे एक नोटिस दे सकते थे। यह बहुत स्पष्ट है कि वे (आप) घबरा गए हैं।"
मजीठिया ने कहा, "भगवंत मान जी, यह समझ लीजिए, चाहे आप कितनी भी प्राथमिकी दर्ज कर लें, न तो मैं डरूंगा और न ही आपकी सरकार मेरी आवाज दबा पाएगी।"
उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा पंजाब के मुद्दों पर बात की है और आगे भी करता रहूंगा।"
हिरासत में लिए जाने से पहले मजीठिया ने अपने दोनों बच्चों और पत्नी से मुलाकात की।
पंजाब पुलिस का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मजीठिया के खिलाफ 2021 के मादक पदार्थ मामले की पहले से ही जांच कर रहा है।
मजीठिया के खिलाफ तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान 20 दिसंबर, 2021 को स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया था।
अकाली नेता ने पटियाला जेल में पांच महीने से अधिक समय बिताया था और अगस्त 2022 में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद वह जेल से बाहर आये थे।
भाषा अमित